द केमिकल टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट, मुंबई आजकल विवादों में है, विश्वविद्यालय में रोज नारेबाजी और प्रदर्शन हो रहे हैं । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की मानें तो विश्वविद्यालय में कई वित्तीय घोटाले हो रहे हैं। कुलपति अपनी मनमानी कर रहे हैं। छात्रों का आरोप है कि आईसीटी सुविधाओं से वंचित है। इन सभी मुद्दों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए । इस संस्था ने सभी आईसीटी पाठ्यक्रमों के लिए 35 हजार रुपये से अधिक शुल्क लेने का फैसला किया है। तकनीकी शिक्षा निदेशालय के डीटी दिशानिर्देशों के अनुसार यह मनमाना है। छात्रों ने इस बारे में कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत की लेकिन अधिकारियों ने शिकायत को नजरअंदाज कर दिया। हालांकि छात्रों की बढ़ते गुस्से को देखकर एक जांच समिति बनाई गई, समिति ने पाया कि पिछले तीन वर्षों से ज्यादा शुल्क लिया गया है। उन्होंने कॉलेज प्रशासन को वापस करने का आदेश दिया। कॉलेज प्रशासन ने आश्वासन दिया कि वे वापस करेंगे लेकिन, उस शुल्क का अभी तक भुगतान नहीं किया गया है। अभाविप ने शुल्क अविलंब शुल्क वापस करने करने एवं पूरे मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच करने की मांग की है । अभाविप ने कहना है कि अगर इस पर तुरंत कार्रवाई नहीं हुई तो हम उग्र प्रदर्शन करेंगे ।