जम्मू – कश्मीर समेत देश भर के लोगों को मोदी सरकार से काफी अपेक्षाएं हैं । प्रारंभ से ही जम्म – कश्मीर में भेदभाव हुआ है । लोग अपने ही घर बेघर हो चुके हैं, रोजगार को लेकर यहां कोई रोडमैप नहीं है । हमारे यहां के नेता बहुत ज्यादा प्रभावी नहीं है । ऐसे में हमारी एक मात्र उम्मीद मोदी सरकार है, सरकार जम्मू – कश्मीर से जुड़ी समस्याओं को सुलझाये और लोगों को न्याय दिलाये ।
– पल्लवी महाजन, कश्मीर विश्वविद्यालय
नई सरकार से असीमित आशाएं हैं, खासकर हम जैसे युवाओं को । सरकारी विद्यालयों/महाविद्यालयों में शिक्षकों की अनुपस्थिति से विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है, सरकार को चाहिए कि शिक्षा में बुनियादी सुधार करे, युवाओं को नौकरी के अवसर मुहैया कराये ताकि देश के विकास का वह भी सहभागी बन सके ।
– पीयूष मेवाड़ा, राजकीय विधि विश्वविद्यालय, मेवाड़
वर्तमान सरकार से काफी उम्मीदें हैं विशेष कर शिक्षा जगत में । शिक्षा की तस्वीर कई स्तरों पर बदलने की जरूरत है उचित तो यही होगा पाठ्यक्रमों में कुछ शब्द , कुछ अध्याय मात्र बदलने की परंपरा से मुक्ति पाते हुए कुछ बड़े परिवर्तनो की ओर बढ़ा जाए । उच्च शिक्षा में बदलाव एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो जिससे युवाओं को रोजगार मिल सके। खुशी की बात यह है कि 30 मई को नई सरकार के शपथ ग्रहण करने से पहले ही 100 दिन के जो लक्ष्य निर्धारित किये गए, उनमें शिक्षा को भी स्थान दिया गया है । यदि सरकार वास्तव में देश की तस्वीर बदलने के लिए गंभीर है तो उसकी शुरूआत शिक्षा से हो ।
– अजय यादव, शासकीय लरंगसाय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामानुजगंज ,छत्तीसगढ़
मोदी सरकार की जीत का कारण है उसकी नीतियां । इस सरकार से मेरी कुछ उम्मीदें हैं जो हर आम आदमी के नजरिए से जरूरी है जैसे अलगाववादियों को देश से निकालना जिससे आम आदमी सुरक्षित महसूस करें भारतीय शिक्षा नीति में संस्कृत और हिंदी को कक्षा आठ तक अनिवार्य करें ताकि देश में सबसे अधिक बोले जाने वाला भाषा को ज्यादा से ज्यादा लोग पढ़े, लिखे और समझे ।
– प्रलय कुमार बोरा , गुवाहाटी विश्वविद्यालय असम
नई सरकार से मेरी यही उम्मीद है कि सरकार लड़कियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए और विद्यालय में आत्मरक्षा हेतु शिविर लगाए जाएं और लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाएं ताकि सभी लड़कियां मजबूत हो सके । शिक्षा के क्षेत्र में तुष्टीकरण ना किया जाए, प्रतिभा का उचित सम्मान हो यही मेरी अपेक्षा है । सबको समान अवसर प्राप्त हो ।
– देवांशी गोयल, इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय दिल्ली
सरकार से मेरी पहली उम्मीद यह है कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बड़े और अहम कदम उठाएं तथा हमारे देश की जितनी भी सीमाएं हैं सभी को सुरक्षित करें और सारे जवानों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाएं । शिक्षा के क्षेत्र में कदम उठाते हुए प्राथमिक शिक्षा पर जोर दें तथा सभी को प्राथमिक शिक्षा का प्रबंध करें ।
– रत्नेश त्यागी, अमेठी उत्तर प्रदेश
सरकार हमें रोजगार के साधन उपलब्ध करवाएं तथा सारे विश्वविद्यालयों में बेहतर शिक्षा उपलब्ध करवाएं एवं भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाएं । हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री जी राम जी का मंदिर जल्द से जल्द बनवाएं और जम्मू कश्मीर की धारा 370 को जल्द से जल्द खत्म करें । शिक्षा के क्षेत्र में सरकार शिक्षा नीति बनाएं जिससे सभी को शिक्षा मिले । – शरद त्रिपाठी, प्रयागराज
भारतीय जनता पार्टी को जिस प्रकार से लोगों ने अपना समर्थन दिया ह उस अप्रत्याशित सफलता के साथ ही मोदी सरकार से लोगों की अपेक्षाएं बहुत बढ़ गई है । निश्चित रूप से आने वाले समय में वोटर राष्ट्रीयता के मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगेगी, क्योंकि पूरे चुनाव में सबसे अधिक यही मुद्दा छाया था । शिक्षा को लेकर जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मसौदा तैयार किया गया है उसके लिए सरकार को बधाई लेकिन शिक्षा क्षेत्र में बहुत सारे चुनौती हैं । सबसे बड़ी चुनौती क्षेत्रीय भाषा और संस्कृति के साथ – साथ राष्ट्रीय अस्मिता को जोड़कर पाठ्यक्रम बनाना है ।
– केशव आचार्य, पटना बिहार