जबलपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. छगन भाई पटेल का अभाविप कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष पुनर्निवाचित होने के बाद डॉ. पटेल पहली बार मंगलवार को अधिवेशन स्थल रानी दुर्गावती नगर पहुंचे हैं। कार्यकर्ताओं ने गुलदस्ता एवं फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया एवं वंदे मातरम, भारत माता की जय, विद्यार्थी परिषद जिंदाबाद जैसे नारे लगाये। सर्द मौसम में अधिवेशन परिसर का पारा बढ़ा हुआ था। बता दें कि अभाविप के 67 वें राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन जबलपुर में होना है, जिसकी तैयारी कार्यकर्ता महीनों से कर रहे थे। कोरोना काल के बाद पहली बार विद्यार्थी परिषद का बड़ा आयोजन होना है। अधिवेशन की तैयारी लगभग हो चुकी है, 23-24 दिसंबर तक देश भर के प्रतिनिधि पहुंच जायेंगे। अधिवेशन के मुख्य अतिथि नोवेल पुरस्कार विजेता कैलाशी सत्यार्थी होंगे। अधिवेशन का नाम रानी दुर्गावती नगर रखा जायेगा। जानकारी के मुताबिक देश भरे लगभग 700 प्रतिनिधि शामिल होंगे। कार्यकर्ताओं ने बताया कि अधिवेशन में कोविड प्रोटोकोल का शत-प्रतिशत पालन किये जायेंगे।
अधिवेशन का शुभारंभ 24 दिंसबर के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं महामंत्री के द्वारा ध्वजारोहण कर किया जायेगा। अधिवेशन स्थल को सुंदर तरीके से सजाया गया है। सभागार से लेकर भोजन स्थल तक को सुव्यवस्थित किया गया है। अधिवेशन स्थल पर प्रदर्शनी भी लगाया है। स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के रंग में पूरा परिसर रंगा हुआ नजर आ रहा है। अधिवेशन में सालभर के कार्यों की समीक्षा एवं अगले वर्ष की योजना की जायेगी। विभिन्न समसामयिक एवं शैक्षिक विषयों पर प्रस्ताव पारित किये जायेंगे। सुप्रसिद्ध प्रा. यशवंत केलकर युवा पुरस्कार भी दिये जायेंगे। अधिवेशन के अंतिम दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष के द्वारा पुराने कार्यसमिति को भंग कर नई कार्यसमिति की घोषणा की जायेगी। अधिवेशन में लघु भारत का दर्शन होगा।