10 अप्रैल को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कावेरी छात्रावास में झड़प हुई है, जिसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कई कार्यकर्ता घायल हो गये हैं। अभाविप जेएनयू इकाई के अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा उनकी ओर से कोई आंदोलन नहीं हुआ है। सब कुछ शांतिपूर्वक चल रहा था, यह पूजा 3.30 बजे शुरू होनी थी, लेकिन वामपंथियों द्वारा किए गए हंगामे के कारण शाम 5.00 बजे ही शुरू हो सकी। विश्वविद्यालय ने इफ्तार और रामनवमी का शांतिपूर्ण एक साथ उत्सव देखा। हिंदू छात्र निर्धारित स्थान पर हवन कर रहे थे, और मुस्लिम छात्रों ने मेस के अंदर इफ्तार किया था। उन्होंने कहा, “वे हमें निशाना बनाने के लिए हर चीज को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं।”
वहीं, परिषद कार्यकर्ताओं का कहना है कि रामनवमी में छात्रों ने कावेरी हॉस्टल में हवन और पूजा रखी थी। इसमें पूरे जेएनयू कैंपस से छात्र आए थे। सब कुछ शांति और अच्छे से चल रहा था। तभी कुछ लेफ्ट छात्र आए और कहने लगे कि जेनएयू में पूजा हवन नहीं होगा और उन्होंने विरोध और मारपीट शुरू कर दी इस हमले में हमारे 10-15 छात्र जख्मी हुए है। कुछ छात्रा कार्यकर्ता को भी चोटें आई हैं। वहीं मांसाहार भोजन को लेकर उन्होंने कहा कि जिन छात्रों की मर्जी होती है, वे खाते हैं और जो नवरात्रि के चलते मांसाहार नहीं खाना चाहते, वे नहीं खाते हैं. कावेरी हॉस्टल में हर दिन मांसाहार बनता है।