सिलीगुड़ी : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद 17 मई से राज्य के शैक्षिक संस्थानों में भ्रष्टाचार, धांधली, छात्रसंघ चुनाव न कराये जाने जैसे विभिन्न मुद्दों को लेकर अभियान शुरू करने वाली है। यह निर्णय अभाविप के एक बैठक में लिया गया है। बैठक का आयोजन सिलीगुड़ी स्थित स्थानीय परिषद कार्यालय में किया गया था। बैठक में अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री जीत सिंह भी मौजूद थे। राष्ट्रीय मंत्री जीत सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल की स्थिति बहुत ही खराब हो चुकी है। राज्य के शैक्षिक संस्थानों में भ्रष्टाचार चरम पर है। छात्रसंघ चुनाव तक नहीं कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले वाम मोर्चा के शासन काल में अब 11 वर्षों से तृणमूल कांग्रेस के शासन काल में राज्य की शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से चौपट करने की कोशिश की जा रही है। शिक्षा में भ्रष्टाचार और कटमनी का खेल पूरी तरह से चरम पर है। राज्य में सत्ताधारी पार्टी के लोग शिक्षा विभाग में नौकरी के नाम पर बेरोजगार युवक-युवतियों से पैसा वसूली में लगे हुए हैं।
उन्होंने राज्य सरकार पर हमला जारी रखते हुए कहा कि पिछले वर्ष राज्य विधान सभा चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद से पूरे राज्य में हिंसा व अराजकता का जो माहौल शुरू हुआ वह अब भी कायम है। इससे पूरे राज्य की जनता त्रस्त है। महिला मुख्यमंत्री के राज्य में महिलाएं ही सुरक्षित नहीं है। महिलाओं के खिलाफ हिंसा तथा दुराचार की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है।
अभाविप उत्तर बंग प्रांत के मंत्री शुभब्रत अधिकारी का कहना है कि राज्य में बढ़ते अपराध की इन घटनाओं के खिलाफ 17 मई को उत्तर बंगाल के हर जिले के डीएम कार्यालय में अभियान शुरू किया जाएगा। जबकि 19 मई को सिलीगुड़ी के कंचनजंघा स्टेडियम से एक महाजुलूस निकाला जाएगा। अभाविप पदाधिकारियों की मानें तो राज्य की पुलिस प्रशासन से न्यायालय का भी भरोसा उठ गया है। इस कारण हर मामले की जांच सीबीआइ से कराने का निर्देश कोर्ट को देना पड़ रहा है।