अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा में दो वर्षों से हो रही अनियमितताओं की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी को पत्र(NTA) लिखा। पत्र में उन सभी समस्याओं का वर्णन किया गया है, जो परीक्षा में पूर्ण नियोजन के अभाव के कारण छात्रों के सामने आईं।
विदित हो कि इस वर्ष राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा 9 जुलाई को आयोजित की गई जिसका प्रवेश पत्र मात्र 2 दिन पूर्व जारी किया गया। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में, राज्य सरकार के आग्रह पर, एक दिन पूर्व यह परीक्षा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। परीक्षा के दिन सर्वर सम्बंधी समस्या के कारण, केंद्रों पर परीक्षा तय समय से काफी देर बाद आरंभ हुई। अभाविप ने अनुरोध किया कि अगस्त में होने वाले दूसरे चरण की परीक्षा के दिनांक की घोषणा भी जल्द की जाए तथा परीक्षा के स्थगित होने अथवा देरी से आरम्भ होने पर, सूचना के उचित प्रबंध किए जाएं।
सामान्यतः राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है, जिन्हें जून चक्र और दिसंबर चक्र कहा जाता है, परंतु गत दो वर्षों से यह परीक्षा एक ही बार आयोजित की जा रही है। अभाविप ने इस विषय को भी एजेंसी के सामने प्रमुखता से उठाया।
अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा, “राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा, सैकडों छात्रों के भविष्य निर्धारण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ऐसी परीक्षाओं में लापरवाही, देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। पूर्व में भी, हमने इस परीक्षा में आ रही अनियमितताओं को संस्थान के समक्ष मुखरता से रखा है। आशा है कि इन सभी समस्याओं का संज्ञान लेते हुए, आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।”