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विकासार्थ विद्यार्थी द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय में ‘सृष्टि मंथन’ पर्यावरण सम्मेलन का आयोजन

छात्रशक्ति डेस्क

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(अभाविप) आयाम विकासार्थ विद्यार्थी(एसएफडी) द्वारा सोमवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम महाविद्यालय में पर्यावरण पर केन्द्रित ‘सृष्टि मंथन’ सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने पर्यावरण के प्रति भारतीय समाज की प्रतिबद्धता को याद दिलाते हुए कहा कि जब विश्व के बड़े–बड़े देश यह मंत्रणा कर रहे थे की क्लाईमेट एकॉर्ड में रहना है या नहीं तब भारत के प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी एक्वॉर्ड हो या ना हो हमारी प्रतिबद्धता पर्यावरण संरक्षण को लेकर सदैव बनी रहेगी।

उन्होंने कहा कि आज जब हम जी – 20 के माध्यम से संपूर्ण विश्व का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, तब भारतीय युवा वर्ग, मुख्यतः छात्रों को चर्चा-परिचर्चा और संवाद के माध्यम से पर्यावरण से संबंधित नीति निर्धारण के बिंदुओं पर व्यापक विचार-विमर्श करना चाहिए। साथ ही, इस प्रकार की नीतियों को और भी सकारात्मक और सुदृढ़ बनाने में  दिशा में अपना योगदान देना चाहिए।

वहीं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्राध्यापक प्रो. पी.के जोशी ने छात्रों से आह्वान किया कि युवाओं को ज्यादा समय तक चलने वाले तथा पर्यावरण का जो नुकसान न पहुंचाए ऐसे उत्पादों को खरीदने का संकल्प लेना चाहिए। इसके अलावा घर के बने और कम से कम इकोलॉजिकल फुटप्रिंट वाले संसाधनों एवं उत्पादों का प्रयोग करना चाहिए। इसके लिए पैकेजिंग वाले उत्पादों का प्रयोग कम से कम करना पड़ेगा।

दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक प्रो. वी एस नेगी ने कहा कि पर्यावरण में छोटे-छोटे सकारात्मक मुहिम वर्तमान की स्थिति को हल करने में सबसे ज्यादा प्रभावी साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के प्रति इस प्रकार की प्रभावी मुहिम चला सकने की जिम्मेदारी भारत के युवा वर्ग की है।

सम्मेलन के पहले सत्र में विकार्साथ विद्यार्थी के पूर्ववर्ती एवं आगामी योजनाओं पर चर्चा की गई। इस दौरान विकासार्थ विद्यार्थी के राष्ट्रीय संयोजक राहुल गौड़ ने सम्मेलन में उपस्थित कार्यकर्ताओं एवं अतिथियों को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में विकासार्थ विद्यार्थी द्वारा किए जा रहे कार्यों से परिचित करवाया। सम्मेलन का दूसरा सत्र जी – 20 पर आधारित था जिसमें सरकार की पर्यावरण संबंधित नीतियों पर चर्चा की गई। तीसरा सत्र जोशीमठ पर केन्द्रित था जिसमें जोशीमठ में घट रही आपदीय घटनाओं के कारणों तथा प्रकृति संरक्षण पर चर्चा की गई। कार्यक्रम के अंतिम सत्र में विकासार्थ विद्यार्थी द्वारा पिछले दिनों पर्यावरण संरक्षण विषय पर आयोजित प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।

कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए  विकासार्थ विद्यार्थी दिल्ली प्रांत संयोजक अमन यादव ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के विषय पर छात्रों के बीच सकारात्मक संवाद का संचार कर इस विषय को क्रियान्वयन की ओर ले जाना है। पर्यावरण संरक्षण पर केन्द्रित इस मंथन में उपरोक्त के अलावे प्रमुख रूप से विकासार्थ विद्यार्थी के राष्ट्रीय सह संयोजक विपिन उनियाल, अभाविप दिल्ली के प्रांत संगठन मंत्री राम कुमार, सह संगठन मंत्री अंकित सुंदरीयाल, प्रदेश मंत्री अक्षित दहिया समेत दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों के सैंकड़ों विद्यार्थी उपस्थित थे।

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