अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, पूर्वोत्तर भारत के मणिपुर राज्य में हिंसा की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त करती है। वर्तमान में जब भारत शीघ्रता से प्रगति कर रहा हो तो मणिपुर में हिंसा की घटनाएं उचित नहीं हैं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद देश के सभी क्षेत्रों में शांति तथा सह-अस्तित्व की भावना की पक्षधर है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का स्पष्ट मत है कि किसी भी समस्या का समाधान लोकतांत्रिक प्रक्रिया के अनुसार होना चाहिए।
अभाविप मणिपुर के प्रदेश मंत्री आरके रविचंद्रा ने कहा कि शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व ही मनुष्यता को सही दिशा देने वाला है। किसी भी समस्या का समाधान संवाद के द्वारा ही किया जा सकता है, हिंसा किसी भी समस्या का हल नहीं हो सकती। मणिपुर की आरक्षण संबंधी समस्या का हल लोकतांत्रिक प्रक्रिया द्वारा ही किया जा सकता है। सभी नागरिकों को लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुसार ही चलना चाहिए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सभी नागरिकों से शांति के लिए आह्वान करती है।”
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत की ‘विविधता में एकता’ तथा सह-अस्तित्व की भावना, समन्वय का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करती है। मणिपुर में हिंसा की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं, संवाद द्वारा किसी भी समस्या का समाधान हो सकता है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनी रहे तथा स्थितियां सामान्य हों, इसलिए सभी नागरिकों को प्रयास करने होंगे।