जयपुर : गुरूवार 10 अगस्त को प्रदेश की राजधानी जयपुर में स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने राजस्थान में महिलाओं के साथ लगातार हो रहे जघन्य अपराध, पेपरलीक की घटनाओं तथा भ्रष्टाचार के विरोध में राजस्थान विश्वविद्यालय में विशाल ‘न्याय हुंकार सभा’ आयोजित की, ‘न्याय हुंकार सभा’ में राजस्थान के विभिन्न जिलों से हजारों छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।’न्याय हुंकार सभा’ में करौली में दुष्कर्म के बाद मार दी गई बेटी के परिवारजन शामिल हुए तथा दुखद घटना के बारे में युवाओं को बताया तथा सरकार की अपराधों को रोकने में विफलताओं को से परिचित करवाया गया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने राजस्थान में लगातार महिलाओं के साथ हो रहे वीभत्स अपराधों , पेपरलीक की घटनाओं तथा भ्रष्टाचार के विरोध में 03 अगस्त को करौली से न्याय पदयात्रा शुरू की थी, यह पदयात्रा करौली से जयपुर तक लगभग 180 किमी की यात्रा तय कर गुरुवार को राजस्थान विश्वविद्यालय पहुंची। राजस्थान विश्वविद्यालय में आयोजित हुई ‘न्याय हुंकार सभा’ में एकजुट हुए युवाओं ने एकसुर में राजस्थान में भय से भरे हुए तथा भ्रष्टाचारी वातावरण की निंदा की।
राजस्थान के लाखों युवाओं और बहन बेटियों को न्याय हेतु न्याय पद यात्रा की न्याय हुंकार सभा का प्रारंभ पेपर लीक और दुष्कर्म की भेंट चढ़े भाईओं-बहनों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर किया गया।
मत पूछ कि तकदीर-ए-बेहाल इस शहर की(राज्य) की बिकती है आबरू हर रोज इस शहर (राज्य) की : याज्ञवल्क्य शुक्ल
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने “मत पूछ कि तकदीर-ए-बेहाल इस शहर की(राज्य) की बिकती है आबरू हर रोज इस शहर (राज्य) की” से अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि राजस्थान का युवा अन्याय के विरुद्ध बिगुल बजा चुका है। राजस्थान में अपराध का आंकड़ा दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से बढ़ रहा है, राजस्थान में युवा शक्ति अन्याय व अत्याचार के विरुद्ध एकजुट है। बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और पेपरलीक से राजस्थान के युवाओं के भविष्य पर संकट है।
जबसे गहलोत ने राजस्थान की सत्ता संभाली है तबसे लेकर आज तक 27 हजार से ज्यादा महिलाओं, बहन बेटियों के साथ बलात्कार की घटनाएं सामने आई है। उन्होंने कहा अभाविप अपनी आवाज तब तक उठाती रहेगी जब तक प्रदेश में अपराध खत्म नहीं हो जाता। बेरोजगारी, भ्रष्टाचार तथा पेपरलीक से राजस्थान के युवाओं के भविष्य पर संकट वर्तमान में संकट है।
जब दो नौजवान जगत जननी जगदंबा मां सीता के अपहरण के बाद पद यात्रा पर निकले थे तब रावण की लंका खाक हो गई थी। आज राजस्थान के हजारों नौजवान न्याय पद यात्रा पर निकले हैं परिणाम क्या होगा आप सभी उसकी कल्पना कर सकते हैं। आज यह सभा यहां से विसर्जित नहीं होगी जिन न्याय पद यात्रियों ने वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए अपने पैर में छाले लेने का संकल्प लिया है हम तब तक जारी रखेंगे जब तक कि बलात्कारियों को सरेआम फांसी देने का इस प्रदेश सरकार में साहस न आ जाए।
…जब करौली पीड़िता के ताऊ के दर्द को सुनकर पूरी सभा सन्न हो गई
करौली की जघन्य दुष्कर्म पीड़िता की कहानी को जिसने भी सुनी, कोई अपनी आंसूओं को रोक नहीं पाया और मन आक्रोश से भर गया। पीड़िता के ताऊ ने न्याय महासभा में बताते हुए कहा कि 12 तारीख की करौली की घटना जिसके साथ हुई थी वह मेरी ही बेटी थी, मैं उसका ताऊ हूं। हमलोंगों बेटी की काफी खोजबीन की, 12 की रात को पुलिस के पास शिकायत करने गई तो उन्होंने सुबह आना कहकर भेज दिया। दूसरे दिन यानी 13 को जब थाने जाने की तैयारी कर रहा था उसी समय एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक लड़की की लाश कुंए से निकाली जा रही थी वह लड़की कोई ओर नहीं बल्कि मेरी ही बेटी थी। वीडियो वायरल होने के बाद 13 की रात में हमारी शिकायत दर्ज हुई। हम तो गरीब-मजदूर आदमी हैं जयपुर में मजदूरी कर बच्ची को पढ़ा रहे थे, इस सरकार में गरीबों की सुनने वाला कोई नहीं है। मैं नहीं चाहता जो घटनाएं मेरी बेटी के साथ हुई अन्य प्रदेश की किसी बेटी के साथ हो।
राजस्थान प्रदेश का युवा त्रस्त : आशीष चौहान
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने कहा कि आज राजस्थान प्रदेश का युवा त्रस्त है। पीड़ा में है। विद्यार्थी परिषद की न्याय यात्रा उस पीड़ा को दिखाने का साधन रही है। आज प्रदेश सरकार के शासन में युवा अपने आप को कमजोर पा रहा है। करौली सहित विभिन्न स्थानों पर प्रदेश में महिलाओं के साथ हुए जघन्य अपराध पीड़ा देने वाले हैं। नेतृत्व जहां उदाहरण देने वाला होना चाहिए। वहीं, राजस्थान का नेतृत्व पीड़ा देने वाला है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान का नेतृत्व प्रतियोगी परीक्षाओं में घोटाले करता है और फिर घोटाले के पैसे से बड़ी-बड़ी अट्टालिकाएं अपनी बनाता है, कभी दिल्ली में उनकी अट्टालिकाएं बनती है तो कभी बैंगलुरु में बड़े-बडे थियेटर बनते हैं। जो राजस्थान शिक्षा में अव्वल होना चाहिए था, खेती में अव्वल होना चाहिए था, टूरिज्म में अव्वल होना चाहिए था, स्वास्थ्य में अव्वल होना चाहिए था उस राजस्थान के नेता विधानसभा में ऊंचे स्वर में कहते हैं कि रेप में राजस्थान रेप में नंबर वन है, जब वो ऐसा कहते हैं उन्हें शर्म नहीं आती। यहां की सरकार वीरगति प्राप्त सैनिकों की वीरांगनाओं पर लाठी चार्ज करती है।
सरकार के अन्याय के विरुद्ध बिगुल है अभाविप की न्याय पदयात्रा : प्रफुल्ल आकांत
अभाविप के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री प्रफुल्ल आकांत ने कहा कि ‘राजस्थान में अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले छात्रों को राजस्थान सरकार पुलिसिया दमन से डराने का प्रयास कर रही है, लेकिन छात्र डरेगा नहीं। राजस्थान में अपराध की घटनाएं डरावनी हैं, आज राजस्थान की विफल सरकार से प्रदेश को मुक्ति दिलाने का संकल्प प्रदेश के हर युवा ने ले लिया है। प्रदेश के युवाओं का जीवन बर्बाद करने वाली राजस्थान सरकार को प्रदेश की जनता लोकतांत्रिक जवाब देगी। अभाविप की ‘न्याय पदयात्रा’ राजस्थान में सरकार के अन्याय के विरुद्ध बिगुल है।
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार डर गई है जयपुर के कमिश्नर गेट पर खड़े रहकर छात्रों को अंदर आने से रोक रहे हैं। बहन बेटियों की इज्जत जहां तार-तार हुई, उन दरिंदों को जेल में नहीं डाला गया। राजस्थान की जनता ने तय कर लिया अब अत्याचारी सरकार बिल्कुल भी नहीं सहेंगे। मैंने एक पिता से सुना कि मैं अपनी दो एकड़ खेत गिरवी रख दिए ताकि मेरा बेटा राज्स्थान पुलिस में भर्ती हो जाए और राजस्थान की सुरक्षा के लिए काम करे परंतु सरकार के पेपर लीक की वजह से मेरा सपना चकनाचूर करके मेरे बेटे का जीवन बर्बाद कर दिया।
जब भीलवाड़ा की घटना के बारे में सुनता हूं तो बस सोचता हूं कि अब बस बहुत हो गया। इस गहलोत को सरकार चलाने का कोई हक नहीं है।
जनजातीय बहनों के साथ हो रही अत्याचार की घटनाएं दुखद : हुश्यार सिंह मीणा
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री हुश्यार मीणा ने कहा कि राजस्थान में जिस प्रकार से जनजाति बहनों के साथ अत्याचार और अपराध की घटनाएं हो रही है। वह दुखद और शर्मनाक करने वाली है। राजस्थान में महिलाओं के साथ आज वही दुखद स्थिति है। जो मुगलों के क्रूर शासन के दौरान हुआ करती थी। गहलोत सरकार में अपराधियों पर कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं है। क्योंकि कुछ अपराधी ही सरकार में शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि इतिहास में लिखा जाएगा जब पेपर लीक हो रहे थे आप कहां थे अभाविप कार्यकर्ता गर्व से कह सकते हैं कि हम सड़कों पर लड़ रहे थे न्याय पद यात्रा निकाल रहे थे। आज की गहलोत सरकार में मुगलिया शासन की झलक देखने को मिलती है। जैसे उस काल में बहन-बेटियों के साथ अत्याचार होते थे वैसे ही आज गहलोत सरकार के शासन में होते हैं।
इस दौरान न्याय हुंकार सभा को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य पूनम शेखावत, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य गौतमी अहिरावल, अभाविप जयपुर प्रांत मंत्री शौर्य जर्मन, अभाविप जोधपुर प्रांत मंत्री श्याम शेखावत, अभाविप चित्तौड़ प्रांत मंत्री हर्षित निनोमा, अभाविप राजस्थान विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष भारत यादव ने संबोधित किया।