दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के एक दिन पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने एनएसयूआई पर जोरदार कटाक्ष किया है। अभाविप के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स यूनियन चुनाव में जिस प्रकार से एनएसयूआई ने रामजस कॉलेज, श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज, दयाल सिंह कॉलेज सहित अनेक जगहों पर जिस प्रकार से बड़े पैमाने पर हिंसा की है, वह डरावना है। एबीवीपी, एनएसयूआई की गुंडागर्दी का विरोध डीयू छात्रों के साथ मिलकर करेगी। अभाविप ने कहा एक तरफ एनएसयूआई कहती है कि हिंसा पर पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं करती वहीं दूसरी तरफ जब पुलिस हिंसा करने वाले गुंडों को पकड़ती है तो एनएसयूआई के नेता कहते हैं कि हमारे कार्यकर्ताओं को डिटेन किया जा रहा है।
अभाविप ने कहा एनएसयूआई की संस्कृति ही हिंसा की रही है। मीडिया को वीडियो को दिखाते हुए अभाविप के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक ने आरोप लगाया कि देखिये कैसे एनएसयूआई के प्रत्याशी के साथ लाठी-डंडे से लैस नकाबपोश गुंडे चल रहे हैं। उन्होंने एक-एक कर कई वीडियो को दिखाए और एनएसयूआई की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए एवं कहा कि एनएसयूआई के कारण डीयू की साख पर असर पड़ा जिसका जवाब कल छात्र अपने वोट से देंगे। आशुतोष ने दावा किया कि अभाविप 4-0 से डूसू चुनाव जीतने जा रही है।
बता दें कि एबीवीपी से डूसू चुनाव में इस बार अध्यक्ष पद पर तुषार डेढ़ा, उपाध्यक्ष पद पर सुशांत धनकड़, सचिव पद पर अपराजिता तथा संयुक्त सचिव पद पर सचिन बैंसला चुनाव लड़ रहे हैं। डूसू चुनाव में एबीवीपी के प्रत्याशियों ने छात्रों के मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए बहुत ही प्रभावी कैंपेन किया, प्रभावी प्रचार तथा एबीवीपी के कामों के कारण एबीवीपी के पैनल ने बढ़त बना ली है।