काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर स्थित आईआईटी बीएचयू में गत नवंबर माह में छात्रा के साथ हुई गैंगरेप के दोषिय़ों को पुलिस ने 60 दिनों बाद गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद अभाविप ने मांग की है कि पुलिस प्रशासन इन सभी दोषियों पर यथाशीघ्र आरोप पत्र दाखिल कर जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित करें। साथ ही दोषियों को सरंक्षण देने वालों को पर कठोरतम कार्रवाई की जाय। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा पीड़िता को न्याय एवं परिसर की सुरक्षा हेतु दिनांक 3 नवंबर से ही आंदोलन किया जा रहा था।इसके साथ ही अभाविप लगातार जल्द सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रही थी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय इकाई वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट से मांग करती है की आरोपियों की गिरफ्तारी के पश्चात उक्त प्रकरण में जल्द से जल्द आरोप पत्र दाखिल कर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सज़ा सुनिश्चित की जाए जिससे समाज में ऐसे अपराध करने वालो के मध्य सख्त संदेश जाए।
अभाविप, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय प्रशासन से पुनः यह मांग करती है की परिसर में सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु उचित कदम उठाए जाएं। अभाविप काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के इकाई अध्यक्ष एवं काशी प्रांत मंत्री अभय प्रताप सिंह ने कहा कि घटना घटित होने के बाद से ही हम सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।गिरफ्तारी में विलम्ब के कारण पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे थे।हम सर्वप्रथम यह मांग करते हैं की जांच कर आरोपियों के संरक्षणदाताओं पर भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। आज आरोपियों की गिरफ्तारी के पश्चात हम यह मांग करते हैं की छात्रा बहन को जल्द से जल्द न्याय दिलाने हेतु मजबूत आरोप पत्र दाखिल करते हुए आरोपियों को सख्त से सख्त सजा सुनिश्चित की जाए।हम विश्वविद्यालय प्रशासन से भी यह मांग करते हैं की परिसर में सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु उचित कदम उठाए जाएं।
विद्यार्थी परिषद बीएचयू इकाई मंत्री पुनीत मिश्र ने कहा कि आईआईटी बीएचयू की छात्रा बहन के साथ हुई घटना के आरोपियों की गिरफ्तारी के पश्चात हम सभी यही मांग करते हैं की दोषियों को सख्त सख्त सज़ा मिले जिससे समाज में ऐसे अपराध करने वालों के मध्य सख्त संदेश जाए।गिरफ्तारी में इतना विलंब क्यों हुआ यह भी जांच का विषय है अतः हम यह भी मांग करते हैं की जांच कर यह सुनिश्चित किया जाए की आरोपियों को संरक्षण देने वालों के विरुद्ध भी कठोरतम कार्रवाई हो।