पश्चिम बंगाल के उत्तर चौबीस परगना जिले के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेताओं द्वारा महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार, जमीन कब्जाने तथा अपराध से भयमुक्त वातावरण निर्माण कर स्थानीय हिंदू परिवारों को पलायन करने को मजबूर करने के विरुद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश द्वारा प्रदेश के 18 स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
अभाविप हिमाचल प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट उपखंड में स्थित संदेशखाली इस वक्त पूरे देश में सुर्खियों में हैं। किसानों की जमीन पर कब्जा करने से लेकर महिलाओं के साथ अत्याचार तक, यहां बड़े पैमाने पर लोगों के साथ अत्याचार किया गया है। इस तरह की हरकत को अंजाम देने के लिए यहां एक गैंग सक्रिय था, जिसका सरगना वही शाहजहां शेख है, जिसने ईडी की टीम पर जानलेवा हमला करवाया था।
धरना प्रदर्शन के साथ-साथ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा उपायुक्त कार्यालय के माध्यम से देश की राष्ट्रपति श्रीमति द्रोपदी मुर्मू जी को एक ज्ञापन भी सौंपा गया जिसमे कुछ मांगे रखी गई जिसमें राज्य सरकार की संलिप्तता को ध्यान में रखते हुए संदेशखाली के पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा कराई जाए एवम दोषियों पर शीघ्र कार्यवाही की मांग उठाई गई।
ममता बनर्जी के द्वारा ऐसे अपराधियो के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय ऐसे अपराधी को संरक्षण देना अत्यधिक निंदनीय विषय है, विद्यार्थी परिषद बंगाल सरकार का विरोध करते हुए बंगाल सरकार के प्रति अपना रोष जाता रही है।
अभाविप ने कहा कि अगर समय रहते बंगाल सरकार ने ऐसे अपराधी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई नही करती और ऐसे अपराधी को फांसी नही देती तब तक विद्यार्थी परिषद का संघर्ष जारी रहेगा और आने वाले समय में विद्यार्थी परिषद बंगाल के अंदर एक विशाल आंदोलन खड़ा करेगी जिसका खामियाजा बंगाल सरकार को भुगतना पड़ेगा।