अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की आगरा महानगर इकाई ने केरल के वायनाड में पशु चिकित्सक का कोर्स कर रहे छात्र सिद्धार्थन की रैगिंग और उसकी हत्या के विरोध में मंगलवार को विवि में प्रदर्शन किया।
प्रांत सहमंत्री शुभम कश्यप ने कहा कि पशु चिकित्सक का कोर्स कर रहे द्वितीय वर्ष के सिद्धार्थ की रैगिंग कर उसे यातनाएं देकर हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि जहां भी वामपंथ बचा है, वहां इसी तरह से कॉलेज परिसरों में हिंसा और हत्या की घटनाएं होती हैं। श्री कश्यप ने छात्र सिद्धार्थन की रैगिंग और हत्या करने का आरोप एसएफआई पर लगाते हुए सरकार से वामपंथी छात्र संगठन एसएफआई पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।
प्रान्त निजी विश्वविद्यालय कार्य संयोजक कर्मवीर बघेल ने कहा कि वामपंथियों का इतिहास रक्त रंजित रहा है। शिक्षण संस्थानों के परिसरों में हिंसा फैलाकर भय का माहौल बनाने का प्रयास होता है। इससे परिसरों में तनाव होने के साथ ही छात्रों की सुरक्षा खतरे में रहती है। वामपंथ आज विश्व में वर्चस्व की लड़ाई लड़ रहा है। कहा कि केरल के वायनाड जिले के पूकोडे स्थित केवीएएसयू में दूसरे वर्ष के छात्र सिद्धार्थ की एसएफआई गुंडों ने रैगिंग की और उसे प्रताड़ित कर उसकी हत्या कर दी। छात्र को निर्वस्त्र कर बेल्ट से हमला कर एक कमरे में बंद कर दिया गया और खाना नहीं दिया। 18 दिन से अधिक हो गए हैं और अभी तक केरल पुलिस ने हत्या के इस मामले की निष्पक्षता से जांच नहीं की। दोषियों को बचाने का प्रयास कर उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने केंद्र और केरल की सरकार से इस रैगिंग और हत्या मामले में जो भी लोग संलिप्त हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
महानगर सह मंत्री दीपक ने कहा की विद्यार्थी परिषद ऐसे कृत्य करने वाले एसएफआई के गुंडों का विरोध करती है, हम मांग करते हैं इन खूनी रक्तपिपाशु एसएफआई पर अविलंब बैन लगाया जाय।