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पश्चिम बंगाल में प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के हुई जघन्य दुराचार एवं हत्या के विरुद्ध अभाविप का देशव्यापी प्रदर्शन

छात्रशक्ति डेस्क

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के पश्चात नृशंस हत्या के विरुद्ध देशवासियों का गुस्सा उबाल पर है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने देशभर में विरोध प्रदर्शन कर दोषियों को फांसी पर लटकाए जाने एवं छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने की मांग की। प्रदर्शनकारी छात्रों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर महिलाओं को सुरक्षा देने में विफल होने का आरोप लगाया एवं उनके त्यागपत्र की मांग की। अभाविप ने कहा कि आरजी कर मेड‍िकल कॉलेज में हुई घटना ह्रदय विदारक है। पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ अत्याचार की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं और ममता सरकार इन आपराधिक तत्वों पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल हो चुकी है, ममता बनर्जी को तुरंत मुख्यमंत्री पद‌ से त्यागपत्र दे देना चाहिए।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज की महिला डॉक्टर के साथ हुए दुराचार एवं हत्या के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन करती छात्राएं एवं छात्र

शनिवार को राजधानी दिल्ली के हेली रोड स्थित बंग भवन के सामने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। अभाविप कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने त्रि-स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया था, जिसमें से आक्रोशित छात्रों ने पहले घेरे को तोड़ कर अंदर घुस गए एवं जघन्य अपराध में संलिप्त दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। भारी संख्या में पहुंचे अभाविप कार्यकर्ताओं के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए तैनात पुलिस बल ने बार-बार शांति बनाए रखने की अपील करते रहे। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने अभाविप के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से कार्यकर्ताओं को समझाने का आग्रह किया। अभाविप पदाधिकारियों के आग्रह के बाद कार्यकर्ताओं ने दूसरे बैरिकेटिंग को पार नहीं की लेकिन बैरिकेटिंग के सामने बैठकर नारेबाजी करने लगे। तीन घंटे से अधिक समय तक लगातार चले प्रदर्शन में छात्रों का गुस्सा चरम पर था। छात्राओं ने सांकेतिक खून के छिंटे जैसे बने कपड़े पहने थे एवं हाथों में बंगाल की गलियां सुनी है, ममता सरकार खूनी है… ममता बनर्जी इस्तीफा दो जैसे लिखे तख्तियां लेकर न्याय की मांग कर रही थी।

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बंग भवन के सामने प्रदर्शन करते अभाविप कार्यकर्ता

प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है, जब पश्चिम बंगाल में इस तरह की जघन्य घटना घटित हुई है। बंगाल की संदेशखाली में हुई घटना से हमसभी परिचित हैं। बंगाल में छात्राओं की सुरक्षा के साथ बराबर खिलवाड़ हो रही है और सरकार दोषियों को बचाने में लगी हुई है। प्रदर्शनकारी छात्राओं ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बंगाल में अपराधी ममता बनर्जी की शरण में हैं। आरोपियों को उनका संरक्षण प्राप्त है, इसलिए आरजी कर मेडिकल कॉलेज में साक्ष्यों को मिटाने की कोशिश की गई।

अभाविप राष्ट्रीय महामंत्री  याज्ञवल्क्य शुक्ल ने दिल्ली में बंग भवन पर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि जिस बंगाल ने स्वामी विवेकानंद जैसे महापुरुष को जन्म दिया उस पश्चिम बंगाल में लगातार महिलाओं के साथ अत्याचार की घटनाएं सामने आ रही है। आपराधिक तत्वों पर लगाम लगाने में प्रदेश सरकार पूरी तरह विफल है। उन्होंने कहा कि ऐसे राज्य में जहां की मुख्यमंत्री स्वयं एक महिला हैं, वहां महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध बेहद चिंताजनक हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी का हाथ राज्य में बलात्कार, हत्या और अन्य आपराधिक मामलों में शामिल अपराधियों को संरक्षण देने वालों के साथ है। ममता दीदी पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई प्रत्येक बहन की सुरक्षा को लेकर है।

अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खरवाल ने कहा कि पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था बदतर हो चुकी है। जहां पर मां दुर्गा को पूजी जाती है उस बंगाल के आरजी कर मेडिकल की बहन के साथ दुराचार हुई है। ममता सरकार दोषियों पर कार्रवाई करने की बजाय बचाने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज से जिस प्रकार साक्ष्य मिटाने के प्रयास हुए और पुलिस मूकदर्शक बनी रही, वह सरकार की कानून व्यवस्था के प्रति उदासीनता को दिखाती है। सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि महिलाओं के लिए कार्यक्षेत्र सुरक्षित हों।

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