मध्यप्रदेश के मदंसौर जिले के गरोठ भाग के भानपुरा स्थित शासकीय महाविद्यालय में मंगलवार को आयोजित युवा उत्सव कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं पर अश्लील वीडियो बनाने के आरोप का खंडन करते हुए अभाविप मालवा प्रांत मंत्री दर्शन कहार ने कहा है कि जो आरोप लगाए गए हैं वह बेबुनियाद एवं तथ्यहीन हैं। यह सब अफवाह फैलाकर अभाविप के छवि को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास है। पुलिस द्वारा संबंधित कार्यकर्ताओं के फोन की जांच में किसी भी प्रकार की फोटो, वीडियो या अनुचित सामग्री नहीं पाई गई है, जिससे यह सिद्ध हो चुका है कि कार्यकर्ताओं ने न तो किसी की निजता का उल्लंघन किया है और न ही किसी प्रकार का अनुचित कृत्य किया है। हालांकि इसके बावजुद भी पारदर्शिता बनाए रखने के लिए संबंधित कार्यकर्ताओं को जांच पूर्ण होने तक अभाविप के सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया गया है और पुलिस को पूरा सहयोग किया जा रहा है।
घटना को गलत अर्थ में प्रस्तुत कर फैलाया जा रहा है अफवाह
प्रांत मंत्री दर्शन कहार के अनुसार युवा उत्सव कार्यक्रम के दौरान अभाविप के कुछ कार्यकर्ता उपस्थित थे। इसी दौरान एक कक्ष में पंखा चलता देख कार्यकर्ताओं को अनहोनी का संदेह हुआ जिस कारण कक्ष की तरफ झांका, चूंकि पूर्व में भी संदिग्ध गतिविधियां प्रकाश में आई थीं, जिसका अभाविप ने विरोध भी किया था। संदेहवश की गई इस सामान्य क्रिया को कुछ लोगों द्वारा गलत अर्थ में प्रस्तुत कर अफवाह फैलाया जा रहा है, जबकि सत्य यह है कि संबंधित कक्ष में किसी भी प्रकार का “गर्ल्स कॉमन रूम” नहीं था। अफवाह के पश्चात कुछ छात्राओं भ्रम हुआ कि उसके फोटो/ वीडियो बनाए गए हैं तो उन्होंने प्राचार्य को सूचना दी। प्राचार्य ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने संबंधित चारों छात्रों को थाने ले गई एवं उसके फोन की जांच की, जिसमें किसी भी प्रकार की फोटो, वीडियो या अनुचित सामग्री नहीं मिली। पुलिस ने आधिकारिक पुष्टि की है कि किसी भी छात्र द्वारा कोई अवैधानिक या अनुचित कार्य नहीं किया गया है। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने पुलिस प्रशासन का पूरा सहयोग किया। उन्होंने कहा कि अभाविप सदैव नैतिकता, अनुशासन और गरिमा के सिद्धांतों पर कार्य करती आई है। परिसर में सुरक्षित, सम्मानजनक और सकारात्मक वातावरण बनाए रखना ही अभाविप की सर्वोच्च प्राथमिकता है।