मेरठ :सड़क पर किए गए एक स्टंट का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, वायरल वीडियो को कथित रूप से अभाविप कार्यकर्ताओं से जोड़े जाने पर अभाविप ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और कहा है कि अराजक तत्वों द्वारा संगठन की छवि को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास जा रहा है, संबंधित वीडियो में दिखाई दे रही चार पहिया गाड़ी,उसका चालक एवं उसमें सवार व्यक्ति किसी भी प्रकार से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से कोई संबद्ध नहीं हैं, जिला प्रशासन इस संपूर्ण प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर कठोर कार्रवाई करे ।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विद्यार्थी हितों के लिए कार्य करने वाला विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है, जो निरंतर राष्ट्र एवं छात्रहित में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। बीते दिन एक व्यक्ति द्वारा एक वीडियो जारी किया गया, जिसमें कुछ लोग सार्वजनिक सड़क पर स्टंट करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस प्रकरण का संज्ञान मेरठ जिला प्रशासन द्वारा लिया गया है, तथा एसपी सिटी मेरठ, श्री आयुष विक्रम सिंह द्वारा जारी वक्तव्य में भी यह स्पष्ट किया गया है कि संबंधित मामले की जांच प्रचलित है। साथ ही, पुलिस प्रशासन द्वारा अभियुक्तों की प्रारंभिक पूछताछ के उपरांत जिन वाहनों का चालान किया गया है, उनका अभाविप के कार्यकर्ताओं से कोई भी संबंध नहीं पाया गया है। इसके बावजूद, जांच पूर्ण होने से पूर्व ही अभाविप के कार्यकर्ताओं पर निराधार आरोप मढ़कर संगठन की छवि को धूमिल करने का दुष्प्रयास किया जा रहा है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, मेरठ प्रांत के प्रांत मंत्री गौरव गौड़ ने कहा कि अभाविप के कार्यकर्ताओं के संज्ञान में एक ऐसा वीडियो आया है, जिसे दुर्भावनापूर्ण तरीके से अभाविप से जोड़कर संगठन की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि पुलिस प्रशासन की प्रारंभिक कार्रवाई में जिन अभियुक्तों से पूछताछ कर वाहनों का चालान किया गया है, उनका अभाविप से कोई संबंध नहीं है। अतः अभाविप ऐसे कुत्सित प्रयासों की घोर निंदा करती है तथा जिला प्रशासन से मांग करती है कि संबंधित विषय में शीघ्र जांच पूर्ण कर वास्तविक दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही, संगठन द्वारा भी प्रकरण की निष्पक्ष जांच हेतु प्रांत अध्यक्ष की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय आंतरिक जांच समिति का गठन किया गया है, जो इस पूरे मामले की गहन जांच करेगी।
