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श्रीनिवास

भारत के पुनरुत्थान में वैश्विक शांति और विकास की कुंजी को देखते थे स्वामी विवेकानंद जी

विवेकानंद जी को विदा हुए 118 साल हो चुकें हैं, परन्तु आज भी उनका चित्र देश में सबसे आसानी से पहचाने जाने वाली छवियों में से हैं| एक बहुत ही बड़ी संख्या में युवा उन्हें अपना प्रेरणाश्रोत मानते हैं, उनकी...

जानें हिंसा की जद में क्यों है जेएनयू, वामपंथी राजनीतिक दंश के इतिहास से क्या है इसका कनेक्शन?

जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) एक बार फिर सुर्ख़ियों में है| जे एन यू की घटना को इस विश्वविद्यालय के 50 वर्षों के अस्तित्व में हुई हिंसा और अराजकता की घटनाओं की पृष्ठभूमि में ही समझा जा सकता है|...

सावित्री बाई फुले : आधुनिक युग में स्त्री – शिक्षा की सूत्रधारिणी

दुनिया के हर समाज में व्याप्त बुराइयों के विरुद्ध लड़ने के लिए समय – समय पर कुछ लोगों के उठने और संघर्ष करने के अनेक उदाहरण मिलते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ऐसे विशेष व्यक्तित्व होते हैं जिनके द्वार...

राष्ट्र की अखंडता के सूत्रधार एवं संविधान शिल्पी बाबा साहेब भीमराव रामजी आंबेडकर

महापरिनिर्वाण दिवस विशेष भारत के संविधान निर्माताओं के अग्रणी पूज्य डॉ. भीमराव आंबेडकर उपाख्य बाबा साहब  बहुत ही गरीब एवं अतिसाधारण परिवार में 14 अप्रैल 1891 में पिता श्री राम जी वल्द मालोजी सकपाल एवं...

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