उम्मीदों की बाती से जली नवजीवन की ज्योति
भारत के सनातन सत्य को पुनः देख कर आज पूरा विश्व विस्मित है। मानव सभ्यता के उन्नति और पतन के तो कई सन्दर्भ मिलते है। परंतु शाश्वत मूल्यों पर निरन्तर अजर व अमर भारत चिरस्थाई राष्ट्र के रूप में अडिग खड़ा...
नानाजी : राजनीति के लिए अनुकरणीय महापुरुष
इंदिरा गाँधी के तानाशाह शासन के खिलाफ जब जेपी आन्दोलन कर रहे थे तब पटना में पुलिसिया दमन के कारण उनपर लाठी पड़ने ही वाली थी कि उस लाठी को जेपी से पहले अपने शरीर पर नानाजी देशमुख ने ले लिया। उस दिन सभी...