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चुनौतियों को अवसर में बदलना अभाविप से सीखें, जब लोग लॉकडाउन के फैसले को कोस रहे थे अभाविप  छात्रों को दे रही थी ऑनलाइन क्लास

अजीत कुमार सिंह

रांची (29 मार्च, रा. छा.)। कोरोना के कहर को देखते हुए देश भर में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया गया। देश के इतिहास में पहली बार है जब इस तरह का लॉकडाउन किया गया है। न ट्रेनें चल रही है और न हवाई जहाज। लोगों को एक दूसरे से दूरी बनाये रखने की सलाह दी जा रही है। लॉकडाउन में लोग या तो अपने घरों में दूबके हैं या फिर इस फैसले पर सरकार को कोस रहे हैं लेकिन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस चुनौती को अवसर में बदलते हुए सोशल मीडिया का साकारात्मक उपयोग करना उचित समझा। अभाविप झारखंड के द्वारा रविवार को ऑनलाइन क्लास की सुविधा शुरू किया गया। पहले ही दिन आठ हजार से अधिक छात्रों ने इस सुविधा का लाभ लिया।

अभाविप झारखंड के प्रदेश मंत्री राजीव रंजन पांडेय बताते हैं कि विद्यार्थी परिषद लॉक डाउन के इस विषम परिस्थिति में भी छात्रों एवं समाज की सेवा के लिए तत्परता के साथ मौजूद है। एक नई पहल के साथ विद्यार्थी परिषद ने सोशल मीडिया के माध्यम से विद्यार्थी को शिक्षा देने का नया कार्य प्रारंभ किया है ।परिषद् ने कोरोना के प्रभाव से लोगों को बचाने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, जिसके द्वारा विद्यार्थी एवं समाज के लोग सीधे जुड़ कर सहायता प्राप्त कर सकते हैं। छात्रावास या किराये के मकानों मे रहने वाले विद्यार्थियों के लिए भोजन के साथ शिक्षा की भी व्यवस्था परिषद द्वारा की गई है।

राजीव के मुताबिक अभाविप झारखंड अपने फेसबुक पेज के माध्यम से लोगों को स्वस्थ एवं तंदरुस्त रहने के साथ – साथ अध्यात्म से जोड़ने के लिए प्रत्येक दिन सुबह 8 बजे से योगा का क्लास ऑनलाइन चलाया जा रहा है एवं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों  के लिए प्रश्नों के समाधान के लिए प्रत्येक दिन दोपहर 2 बजे से ऑनलाइन कक्षा चलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि  परिषद के इस मुहिम में विद्यार्थियों ने खासा  उत्साह दिखाया है। ऑनलाइन क्लास के माध्यम से विद्यार्थियों ने अपने ढेरों प्रश्नों पूछे । प्रथम प्रतियोगी परीक्षा के क्लास को 8 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने देखा। श्री राजीव ने कहा कि आने वाले दिनों में सोशल मीडिया के ऑनलाइन क्लास में विद्यार्थियों को कला, विज्ञान, धर्म आदि सभी विषयों की शिक्षा दी जाएगी ।

 

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