नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से एक बार फिर हिंसा की खबर आई है। रविवार रात को बैठक कर कर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई है। अभाविप, जेएनयू इकाई के अध्यक्ष शिवम चौरसिया ने बताया कि जेएनयू के स्टूडेंट एक्टिविटी रूम में हमलोगों की बैठक चल रही थी। रात पौने दस बजे के करीब वामपंथी गुर्गों ने आकर विरोध करना शुरू कर दिया, बोला कि यहां से तुरंत बाहर जाओ। इस सेंटर में हमारे मर्जी के बगैर कोई नहीं आ सकता। हमलोगों ने कहा कि हमारी बैठक चल रही है, आधे घंटे में खत्म हो जायेगा। अभाविप के भी 12 काउंसलर है, यहां पर हमलोग उनके माध्यम से ही आये हैं। कुछ देर बाद हमारी बैठक समाप्त हो जायेगी लेकिन उनलोगों ने एक न सुनी और हंगामा करने लगे और देखते ही देखते मारमीट पर उतारू हो गये एवं बैठक कर रहे कार्यकर्ताओं के साथ मारमीट करने लगे। उनके द्वारा किए गए हमले में विद्यार्थी परिषद के कई कार्यकर्ता बुरी घायल हुए हैं, जिसमें महिला छात्र भी शामिल हैं और गंभीर रूप से घायल छात्रों का एम्स (AIIMS) में इलाज करवाया जा रहा है।
महिलाओं और दिव्यांगों को भी नहीं छोड़ा
विद्यार्थी परिषद के मुताबिक वामपंथियों ने महिला और दिव्यांग कार्यकर्ताओं को भी नहीं छोड़ा, उन पर भी हमले किये। परिषद कार्यकर्ता श्रीदेवी की गर्दन पर वामपंथी छात्रों ने मारा, तो दिव्यांग छात्र अंकित की भी पिटाई की। वामपंथी छात्रों के हमले में कन्हैया और अभिषेक नाम के छात्र गंभीर रूप से घायल हुए हैं और दोनों को फ्रैक्चर हुआ है। इस हमले में कई कार्यकर्ता घायल हो गये हैं, एक की उंगुली भी टूट गई है।
देर रात अभाविप जेएनयू ने निकाला मार्च
रविवार देर रात को अभाविप जेएनयू के कार्यकर्ताओं ने वामपंथी हिंसा के खिलाफ मार्च किया। इस दौरान वामपंथी होश में आयो, कैम्पस है हम छात्रों का,नक्सलियों की जागीर नहीं जैसे नारे लगाए। बता दें कि पांच जनवरी 2020 को जेएनयू में हिंसा हुई थी जिसमें सैंकड़ों अभाविप कार्यकर्ता घायल हुए थे। इस हिंसा के बाद जेएनयू एक बार फिर चर्चा में है।
सोमवार शाम में निकाला जायेगा जेएनयू बचाओ मार्च
रविवार देर रात अभाविप कार्यकर्ताओं के साथ हुए मारपीट के बाद विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं में गुस्सा व्यापत है। जानकारी के मुताबिक सोमवार को तीन बजे साबरमती टी पॉइंट से जेएनयू मुख्य द्वारा तक जेएनयू बचाओ मार्च निकाला जायेगा।