हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि लंबे अंतराल के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक का आयोजन हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में हो रही है। लगभग 40 वर्षों के बाद हमारे प्रदेश में विद्यार्थी परिषद के ऐसे कार्यक्रम हो रहे हैं। कार्यकारी परिषद में आये सभी कार्यकर्ताओं को मैं अभिनंदन करता हूं। अभी विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि 49 डिग्री तापमान में वो घर से निकले थे और शिमला पहुंचते – पहुचंते उन्हें स्वेटर पहनने पड़े। ठीक इसी प्रकार जब हम विद्यार्थी परिषद के कार्यक्रमों में आता हूं तो हमारी आयु में 30 वर्ष का अंतर आ जाता है। युवा अवस्था सीखने का दौर होता है। इस अवस्था में विद्यार्थी परिषद में कार्य करते – करते कार्यकर्ता बहुत कुछ सीख जाते हैं। विद्यार्थी परिषद में सीखा गया कार्य जीवन भर काम आता है। ये बातें हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) बैठक के पूर्व संध्या पर आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में कही।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री जब विद्यार्थी परिषद के बारे में बोल रही थी तो मैं पुरानी स्मृतियों में खो गया। मेरे मन में परिषद में किये गये कार्यों की स्मृतियां परत दर परत खुलते जा रही थी। देर रात में दीवार लेखन करना, झंडे लगाना और फिर बस स्टैंड के पास चाय पीना जैसे पुरानी स्मृतियां ताजी हो गई। विद्यार्थी परिषद में कार्य करने से अलग प्रकार की अनुभूति मिलती है। कश्मीर में जब सामूहिक पलायन हो रहा था, उस समय में जम्मू-कश्मीर में कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहा था। विद्यार्थी परिषद ही ऐसा संगठन था जिन्होंने कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार एवं सामूहिक पलायन के खिलाफ चलो कश्मीर का नारा दिया और 10 हजार से अधिक कार्यकर्ता जम्मू – कश्मीर पहुंचे। हालांकि हमलोगों को वहां तक पहुंचने नहीं दिया गया लेकिन हम अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों को विद्यार्थी परिषद ने संबल देने का काम किया। आगे उन्होंने कहा व्यक्ति को अपने मूल के साथ जुड़े रहना बहुत जरूरी है।संस्कृति और मूल के साथ अगर कोई जोड़ने का काम कर रहा है तो वह है विद्यार्थी परिषद। परिषद ने बहुत सारे ऐसे कार्य किये हैं जो अन्य संगठन नहीं कर पाये।
विद्यार्थी परिषद को विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन के रूप में स्थापित करने में अनेकों युवाओं में कुर्बानी दी है। एक समय में हिमाचल प्रदेश में कार्यकर्ता के रूप में काम करने में समस्या आती थीं। सुनील उपाध्याय जी ने विषम परिस्थितियों में परिषद को यहां पर खड़ा किया। धीरे – धीरे परिषद का कार्य हिमाचल में बढ़ा। आज हिमाचल के प्रत्येक इकाई में विद्यार्थी परिषद सशक्त संगठन के रूप में स्थापित हो चुकी है । अपने परिषद काल को याद करते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं पूर्णकालिक निकला तो गांव में चर्चा चला कि भाग गया। उस समय कहां पता था पूर्णकालिक क्या होता है? आज खुशी होती है बहुत सारे भागे कार्यकर्ता यानी पूर्णकालिक कार्यकर्ता यहां पर उपस्थित है। दिल्ली, हरियाणा व अन्य राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा पूर्णकालिक निकालने वाला प्रदेश हिमाचल है। खुशी की बात है कि अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री भी हिमाचल प्रदेश के हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद का कार्यकर्ता विकास एवं निर्माण में महत्ती भूमिका है। जिस ध्येय के साथ विद्यार्थी परिषद नौजवानों का मार्गदर्शन कर संस्कारित करते हुए आगे बढ़ रहा है, हम निश्चित रूप से अपना मुकाम हासिल करेंगे। आज परिषद ने मुझे पुरानी स्मृतियों को स्मरण करने का सौभाग्य प्रदान किया, इस हेतु मैं आभारी हूं। भविष्य बहुत बड़ी उम्मीद के साथ विद्यार्थी परिषद को देख रही है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आने वाले समय में प्रत्येक क्षेत्र में विद्यार्थी परिषद नेतृत्व प्रदान करने का कार्य करेगी।
कर्म पर भरोसा करने वाले हैं हम : निधि त्रिपाठी
नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन शिमला के होटल पीटरहॉफ में किया गया था। सबसे पहले स्वागत समिति अध्यक्ष नंदलाल ने समारोह में उपस्थित हुए सभी कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय नागरिकों का अभिनंदन और स्वागत किया। तत्पश्चात समारोह को संबोधित करते हुए अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि विश्व की चौथी बड़ी सेना भारत के पास है। सैन्य शक्ति की बात हो तो हिमाचल का नाम लेना अनिवार्य हो जाता है। भारतीय सेना में हिमाचल के योगदान को कोई कैसे भूल सकता है ? एक समय में देवभूमि में देवताओं की भूमिका को नकारने वालों की संख्या बढ़ गई थी वैसे समय सुनील उपाध्याय जी ने अपनी पढ़ाई छोड़कर कश्मीर से आकर हिमाचल में विद्यार्थी परिषद के कार्य को खड़ा किया। उपाध्याय जी ने जिस कार्य को खड़ा किया उसे परिषद कार्यकर्ता आगे बढ़ा रहा है। भारतीय ज्ञान परंपरा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आज योग को पूरी दुनिया ने स्वीकार किया। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी स्वीकार किया कि भारत की जीवन पद्धति अनोखी है। हम कर्म पर भरोसा करने वाले लोग हैं। जब इस देश का युवा अपने कर्म पर भरोसा करता है तो भारत आत्मनिर्भर की ओर बढ़ता है। ज्ञानव्यापी घटना को उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आज हमारी संस्कृति पुनर्जागृत हो रही है, ज्ञापव्यापी में ज्योतिर्लिंग के साथ छेड़छाड़ की गई। ज्ञानव्यापी में जिस तरह भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग के साक्ष्य मिल रहे हैं, उससे साबित होती है कि आक्रांताओं ने हमारी संस्कृति के साथ बहुत ज्यादती की है। भारतीय जड़ों को हिलाने और नष्ट करने की अनेकों कोशिश की गई। हमें हमारे इतिहास को जानना होगा नहीं तो मोपला के नरंसहारों को स्वतंत्रता सेनानी बना देंगे।
अनूठा छात्र संगठन है विद्यार्थी परिषद : छगन भाई पटेल
अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष छगन भाई पटेल ने कहा विद्यार्थी परिषद 74 वर्ष की अनवरत यात्रा करने वाला विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है। लाखों कार्यकर्ताओं के अनेक पीढ़ियों के तन-मन-धन के समर्पण से यह संगठन खड़ा हुआ। उन लोगों ने राष्ट्रीय पुनर्निर्माण में अपना सर्वाधिक योगदान दिया। विद्यार्थी परिषद अनूठा छात्र संगठन है। व्यवस्था परिवर्तन से समाज परिवर्तन, सामाजिक समरसता, संवेदना, राष्ट्र प्रथम की भावना को विकसित करने के लिए परिषद लगातार प्रयासरत है। प्रत्येक विद्यार्थी को जोड़ना, सर्वस्पर्शी, समावेशी मंच उपलब्ध कराना हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि 33 लाख की सदस्यता होने के बावजूद विद्यार्थी परिषद की गुणवत्ता में कोई कमी नहीं आयी।
अभाविप राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक की पूर्व संध्या पर शिमला के होटल पीटरहॉफ में नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया था। समारोह के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर थे। समारोह में स्थानीय नागरिक के साथ-साथ कई पुरातन कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। अतिथियों के संबोधन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश की पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानियों पर लिखी पुस्तक का लोकार्पण किया गया। पुस्तक को अभाविप आयाम शोध एवं एडवांस स्टडिज शिमला के द्वारा प्रकाशित की गई है। कार्यक्रम का संचालन अभाविप हिमाचल प्रदेश के मंत्री विशाल वर्मा ने किया वहीं धन्यवाद ज्ञापन स्वागत समिति मंत्री विशाल राठौर ने किया।