देश की राजधानी दिल्ली में फिर से महिलाओं के विरुद्ध आज अपराध का एक ऐसा भीषण स्वरूप देखने को मिला जो दिल दहला देने वाला है। आफ़ताब नामक एक युवक द्वारा विवाह झांसा देकर श्रद्धा नामक महिला की हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े किये गए और उन्हें दिल्ली में कई अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया गया। श्रद्धा की हत्या लगभग 5 महीने पूर्व की गई।
विदित हो कि श्रद्धा और मोहम्मद आफ़ताब परिवार के मत के विपरीत मुंबई से दिल्ली आ गए थे और साथ रह रहे थे। श्रद्धा द्वारा विवाह करने का दबाव बनाए जाने पर, मोहम्मद आफ़ताब द्वारा उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के पश्चात शव को मकान के फ्रिज में रखा गया, तत्पश्चात उसके टुकड़े कर, उन्हें अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया गया। पुलिस द्वारा व्यापक खोजबीन के बाद यह मामला सामने आया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री अक्षित दहिया ने कहा, “दिल्ली में दिल को दहला देने वाली, महिलों के विरुद्ध होने वाली घटनाओं में एक और वीभत्स्य एवं दुर्भाग्यपूर्ण उदाहरण जुड़ गया है। केरल उच्च न्यायालय द्वारा जाँच में सामने आए ‘लव जिहाद’ से प्रभावित विषय बार–बार सामने आ रहे हैं। प्रेम का झांसा देकर, पांथिक प्रभुत्व स्थापित करने का व्यवहार करते हुए मौत के घाट उतार देना, यह महिलाओं के प्रति हो रही हिंसा और उसमे पांथिक उन्माद के जुड़ने से समाज के अंदर असुरक्षा एवं अमानवीय व्यवहार का चित्रण खड़ा करता है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ऐसे कृत्य का विरोध करती है। ऐसे वीभत्स और दुर्दांत अपराध सामाजिक व्यवस्था को गहरी चोट पहुँचाते हैं। हमारी सरकारों को लोगों में ऐसी मानसिकता विकसित करने वाले संस्थानों की लगाम कसनी चाहिए और महिलाओं के विरुद्ध ऐसी घृणित अपराधी मानसिकता की शिकार हुई बहन श्रद्धा को शीघ्रातिशीघ्र न्याय दिया जाना चाहिए। अपराधी को ऐसी कठोर सज़ा होनी चाहिए जो कि समाज के सामने उदाहरण बने।”