पिंक सिटी प्रेस क्लब, जयपुर में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि युवाओं में असीमित ऊर्जा है। युवाओं को नौकरी चाहने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि 18 साल बाद गुलाबी नगरी में अभाविप के राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन हो रहा है। यह अधिवेशन प्लास्टिक मुक्त है, अधिवेशन के दौरान किसी भी तरह के प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाएगा ताकि पर्यावरण संरक्षण का संदेश जयपुर की धरती से पूरी दुनिया को दिया जा सके।
अधिवेशन में कुल पांच प्रस्ताव पारित किए जायेंगे, जो शिक्षा संबंधी प्रस्ताव; पीएफआई पर भारत सरकार द्वारा बैन लगाए जाने पर अभाविप के समर्थन को लेकर बिंदु, जी–20 की भारत देश द्वारा अध्यक्षता के क्रम में इस मंच के माध्यम से विश्व को भारतीय मूल्यों से अवगत कराने आदि से संबंधित विषयों पर केन्द्रित हैं।
राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि राष्ट्रीय अधिवेशन प्रतिवर्ष की जाने वाली औपचारिकता मात्र या समारोह मात्र नहीं है। यह भारत के दृढ़ निश्चय, इच्छाशक्ति से पूर्ण युवा एवं छात्रों को राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ राष्ट्र सेवा की दिशा देने एवं इसी भाव के साथ समाज को नेतृत्व देने का कार्य करने का एक प्रभावशाली मंच है। राष्ट्रीय अधिवेशन में सम्मिलित होने वाले कार्यकर्ता, वर्ष भर देश में युवाओं के द्वारा राष्ट्र पुनर्निर्माण एवं समाज जीवन के उत्थान के लिए किए जाने वाले कार्यों का संकल्प एवं ऊर्जा लेकर अपने प्रांतों को वापस जाते हैं, और सामूहिकता की शक्ति के साथ अपने कार्यों, सहयोग एवं निर्णयों के माध्यम से समाज में इस सकारात्मक विकासशील ऊर्जा का प्रसार करते हैं।
विश्वविद्यालय परिसर महाराणा प्रताप नगर नाम दिया गया है। इस नगर में विशाल सभागार का निर्माण किया गया है जिसका नाम गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर रखा गया है। अधिवेशन में ही प्रदर्शनी लगाई गई है जिसका नाम श्री गोविंद गुरू जी के नाम पर रखा गया है। ध्वज मंडप पर ही चित्तौडगढ किले की आकृति बनाई गई है। 18 साल बाद जयपुर में होने जा रहे इस युवाओं के महाकुंभ में भारत के साथ नेपाल और भूटान के साथ दुनिया के कई दूसरे देश से भी प्रतिनिधि हिस्सा लेने आ रहे है। जो शिक्षा और राष्ट्र के साथ समाज के ज्वलंत मुद्दों पर मंथन और चिंतन करेंगे।