अखिल भारतीय विद्यार्थी विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री प्रफुल्ल आकांत ने कहा कि अभाविप देश के हित के लिए चलने वाला एक आंदोलन है और इस आंदोलन में कार्य करने वाले कार्यकर्ता इसके आधार हैं। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता सबको साथ लेकर चलने वाला है। हमारे लिए राष्ट्र हित सर्वोपरी है। परिषद का प्रत्येक कार्यकर्ता राष्ट्रहित के लिए कार्य करता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित के लिए कार्य करने वाले कभी भी मर्यादा से दूर होकर कार्य नहीं करते। अभाविप की कार्य पद्धति समय की कसौटी पर खरी उतरती है। विद्यार्थी परिषद स्व से विकेन्द्रीकरण की प्रक्रिया से परिचित करवाता है। उन्होंने ये बातें दक्षिणी दिल्ली के शेख सराय में आयोजित अभाविप दिल्ली प्रांत के 58 वें प्रांतीय अधिवेशन के दूसरे दिन ‘अभाविप एवं व्यक्ति निर्माण’ विषय पर भाषण के दौरान कहीं।
विद्यार्थी परिषद के लक्ष्य को रेखांकित करते हुए श्री आकांत ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव जीतना या हारना विद्यार्थी परिषद का लक्ष्य नहीं है। परिषद देश के उत्थान के लिए कार्य करती है। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता राष्ट्र प्रथम की भावना से कार्य करते हैं, देश के उत्थान में ही वे अपना उत्थान समझते हैं। देश के लिए जरूरत पड़े परिषद कार्यकर्ता अपना बलिदान भी दे सकते हैं।
अभाविप कार्यपद्धति से परिचित कराते हुए उन्होंने कहा कि अपनी अच्छाई और दूसरों की बुराई परिषद की कार्यपद्धति नहीं है। अभाविप अपने कार्यकर्ता को जीवन दृष्टि देती है। संवेदनशीलता परिषद कार्यपद्धति का आधार है। स्वयं के प्रति कठोर व दूसरे के प्रति सहनशील रहना विद्यार्थी परिषद का अंतर्निहित तत्व है। हम संपूर्ण परिवर्तन के लिए कार्यरत हैं। विद्यार्थी परिषद का मानना है समाज के हर वर्ग से नेतृत्व करने वाला हो। कार्यकर्ताओं के व्यक्तित्व को निखारना परिषद का मूल तत्व है। मैं से हम की प्रक्रिया ही विद्यार्थी परिषद की पहचान है। उन्होंने कहा कि अभाविप व्यक्तित्व निर्माण की पाठशाला है। परिषद अपने कार्यकर्ताओं के व्यक्तित्व को निखारने के साथ-साथ उसके अंदर स्वाभिमान की भावना को जागृत करते हुए स्वावलंबी बनाने का कार्य करती है।