गुजरात के वड़ोदरा स्थित प्रसिद्ध महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय प्रशासन को आखिरकार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की मांगों के आगे झूकना पड़ा। दरअसल अभाविप, गुजरात के द्वारा लगातार दीक्षांत समारोह आयोजित करने की मांग की जा रही थी। अभाविप ने बताया कि इस संदर्भ में परिषद द्वारा कई बार महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया परंतु विश्व विद्यालय प्रशासन के द्वारा हमारी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिस कारण विवश होकर हमें कुलपति का घेराव करना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर लगभग पांच घंटे तक कुलपति आवास को घेरे रखा। विद्यार्थी परिषद के बढ़ते विरोध को देखते हुए महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहल करते हुए परिषद के कार्यकर्ताओं से वार्ता की एवं उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने का न केवल आश्वासन दिया गया बल्कि 17 मार्च को ही दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय द्वारा दीक्षांत समारोह आयोजित किए जाने पर अभाविप ने हर्ष व्यक्त किया है और कहा कि छात्रों की हितो की रक्षा के लिए परिषद का प्रत्येक कार्यकर्ता कृतसंकल्पित है। अभाविप ने कहा कि यह जीत मात्र विद्यार्थी परिषद की जीत नहीं है बल्कि यह जीत उन 14,000 विद्यार्थियों की है जिनका अभी तक दीक्षांत समारोह आयोजित नही हुआ था, यह जीत उन 30,000 विद्यार्थियों की है जिन्हें अंक पत्र प्राप्त नहीं हुआ था।
विद्यार्थी परिषद की मानें तो महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह (पदविदान समारोह) हर वर्ष फरवरी में आयोजित किया जाता रहा है परंतु इस वर्ष 15 मार्च तक आयोजन नहीं किया गया हांलाकि विद्यार्थी परिषद के विरोध प्रदर्शन के बाद 17 मार्च को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। दीक्षांत समारोह के लिए छात्रों से पांच सौ रूपये की शुल्क लिया जाता है जिसमें फोल्डर, स्काफ एवं डिग्री प्रदान के शुल्क समाहित है परंतु इस वर्ष छात्रों को सिर्फ डिग्री थमा दी गई, जिसका विद्यार्थी परिषद ने विरोध किया फलस्वरूप छात्रों को डिग्री के साथ-साथ फोल्डर और स्काफ भी प्रदान किया जा रहा है। इसके अलावा लगभग 30 हजार छात्र अपने अंक पत्र के लिए दर-दर भटक रहे थे, समय पर अंक पत्रक नहीं मिलने के कारण उन्हें अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। विद्यार्थी परिषद ने इस संदर्भ में भी छात्रों की आवाज बुलंद की और आज परिणाम सबके सामने है। अभाविप ने बताया कि अभाविप के प्रदर्शन के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों का अंक पत्रक भी जारी करना शुरू कर दिया है।