अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरक्ष प्रांत द्वारा विकासार्थ विद्यार्थी (एस.एफ.डी.) के एक दिवसीय कार्यशाला शहीद राजा हरि प्रसाद मल्ल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज बड़हलगंज, गोरखपुर में आयोजित किया गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए विकासार्थ विद्यार्थी के राष्ट्रीय संयोजक राहुल गौर ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जन, जंगल, जमीन, जल और जानवर को भी अपने कार्यक्षेत्र का अंग मानकर वर्ष 1992 में विकासार्थ विद्यार्थी (एस.एफ.डी.) जैसे आयाम का प्रादुर्भाव किया, जल संरक्षण और प्रबंधन, प्लास्टिक पुनर्चक्रण, प्लास्टिक उपयोग पर प्रतिबंध, वन संरक्षण आदि जैसे पर्यावरणीय मुद्दे ही नहीं बल्कि समग्र रूप से विकास से जुड़े मुद्दे भी हैं जो सांस्कृतिक, आर्थिक और भौतिक (भौतिकवादी) विकास से संबंधित हैं। व्यक्ति, समाज, राष्ट्र और मानव जाति का भी विवेचन किया गया है ताकि लोग ‘विकास’ का अर्थ उसकी सही भावना से समझ सकें।
श्री गौर ने कहा कि अभाविप ही एकमात्र ऐसा छात्र संगठन है जो समाज की हर विधा तथा हर क्षेत्र को अपना कार्यक्षेत्र मानकर कार्य करता है। वहीं अभाविप गोरक्ष प्रांत अध्यक्ष प्रो. सुषमा पांडेय ने कहा कि विकासार्थ विद्यार्थी सेवा करने का एक प्रबल माध्यम है, एसएफ़डी के कार्य मानव जीवन को मुख्य धारा में जोड़ने का साधन है। इस एक दिवसीय कार्यशाला में गोरक्ष प्रांत के सभी 16 सांगठनिक जिलों के प्रतिनिधियों ने विकासार्थ विद्यार्थी के कार्यो को और अधिक प्रभावी तथा सर्वस्पर्शी बनाने को लेकर मंथन किया गया। इस अवसर पर अभाविप गोरक्ष प्रांत संगठन मंत्री हरिदेव, प्रांत उपाध्यक्ष डॉ. स्मृति मल्ल, प्रांत मंत्री सौरभ कुमार गौंड, प्रांत एसएफडी संयोजक राजकुमार यादव, कृष्ण कुमार सैनी, माधवेंद्र तिवारी, शक्ति सिंह, अखिलेश सिंह, प्रियांशु, साक्षी सिंह, अभिषेक कुशवाहा सहित अन्य प्रतिनिधि उपस्थित रहे।