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आईआईटी दिल्ली में बढ़ रही आत्महत्याओं पर अभाविप ने व्यक्त की चिंता, समाधान हेतु निदेशक को सौंपा ज्ञापन

छात्रशक्ति डेस्क

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली में छात्रों की बढ़ती आत्महत्या पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने चिंता व्यक्त की है एवं  बढ़ रही आत्महत्याओं की घटनाओं की रोक-थाम और छात्रों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खरवाल के नेतृत्व में अभाविप प्रतिनिधिमण्डल ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रो. रंगन बनर्जी से मिलकर उनको ज्ञापन सौंपा। अभाविप ने छात्रों को मानसिक रुप से सशक्त बनाने वाली गतिविधियों को बढ़ावा देने की मांग की।

अभाविप ने अपने ज्ञापन में नियमित ऐसी संगोष्ठी का आयोजन करने जिसमें छात्रों के साथ शैक्षिक और गैर-शैक्षिक मुद्दों पर परस्पर बातचीत हो पाए,  शिक्षक से प्रत्येक छात्र के पाठ्यक्रम और उसकी व्यक्तिगत समस्याओं की पहचान कर उसके निवारण की दिशा में कार्य करने,  मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित चुनौतियों या व्यक्तिगत समस्याओं से जूझ रहे छात्रों के लिए संस्थान ऐसे साधन उपलब्ध कराने जो उनकी स्थिति को ठीक करने में सहायक हों जैसे मांग की एवं इस पर यथाशीघ्र अनुपालन करने की मांग की।

अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खरवाल ने कहा कि वरद संजय नेरकर की आत्महत्या  ने पूरे छात्र समुदाय को गहरे शोक और दुख में डाल दिया है। इस प्रकार की चिंताजनक घटनाओं का लगातार होना माता-पिता और छात्रों के विश्वास को कमजोर कर रहा है, हमारे प्रमुख संस्थान की छवि को नुक़सान पहुंचा रहा है एवं  पूरे देश के छात्र समुदाय को एक नकारात्मक संदेश दे रहा है। इन गंभीर परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए, संस्थान शीघ्र ही  निर्णयकारी कदम उठाएं और आगे ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएँ न हो इस दिशा में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।

अभाविप दिल्ली प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने कहा कि देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान में इस प्रकार की बढ़ती हुई घटनाएं दुखद एवं चिंताजनक है। हमें परिसर में तनावमुक्त और आनंदमय वातावरण बनाने की दिशा में सार्थक प्रयास करने की आवश्कता है। जिससे देश के निर्माण में हमारा युवा अपनी प्रभावशाली भागीदारी सुनिश्चित कर पाएँ। साथ ही मानसिक रुप से सशक्त और प्रभावी पीढ़ी का निर्माण हों सके।

 

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