अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में डीयू, जेएनयू, जामिया के विद्यार्थियों ने दिल्ली स्थित बंग भवन पर, पश्चिम बंगाल के विद्यार्थियों ने कोलकाता में, मुंबई विश्वविद्यालय परिसर, बीएचयू परिसर, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर, राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर, हैदराबाद विश्वविद्यालय परिसर सहित देश में 800 से अधिक स्थानों पर पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेताओं द्वारा महिलाओं के साथ बलात्कार, जघन्य अपराधों तथा जमीन हड़पने के मामले का विरोध करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदेश की राजधानियों, जिला केन्द्रों सहित विभिन्न स्थानों पर हुए प्रदर्शन में बड़ी संख्या में विद्यार्थी व युवा सम्मिलित हुए तथा ममता बनर्जी सरकार की विफलताओं की निंदा करते हुए संदेशखाली घटना में शामिल अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की।
प्रदर्शन के उपरांत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की इकाईयों ने जिला कलेक्टर तथा सक्षम अधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा जिसमें केन्द्रीय एजेंसियों द्वारा उच्च स्तरीय जांच की माँग, आरोपियों पर कार्रवाई, पीड़िताओं को कानूनी सहायता, पलायन रोकने के लिए कदम उठाने की माँग की है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि, “पूरे देश की युवा-शक्ति संदेशखाली की घटना से अत्यंत दुखी है, महिलाओं के साथ जिस प्रकार से पश्चिम बंगाल में ज्यादती हुई तथा तृणमूल कांग्रेस के गुंडो ने आम जनमानस को गुंडागर्दी से त्रस्त कर दिया, वह अत्यंत शर्मनाक है। आज देश भर में हजारों छात्रों ने ममता की निर्ममता के विरोध में हुंकार किया है, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस नेताओं की ज्यादती का शिकार हुई महिलाओं के लिए न्याय की लड़ाई में पूरे देश का युवा पीड़िताओं के साथ है।”
अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खरवाल ने कहा कि, “पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ बलात्कार करने वाले लोग महीनों तक खुला घूमते हैं लेकिन मुझ जैसे विद्यार्थी जब पश्चिम बंगाल में अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाते हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर प्रताड़ित करने में पुलिस 1 घंटे की भी देरी नहीं लगाती, पूरे देश की छात्राएं पश्चिम बंगाल की महिलाओं के लिए न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शनरत हैं, हम माननीय राष्ट्रपति से माँग करते हैं कि, संदेशखाली घटना में शामिल आरोपियों तथा उनका संरक्षण करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई हो।”
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय मंत्री शालिनी वर्मा ने कहा कि, “कोलकाता में प्रदर्शन के दौरान जिस प्रकार से पुलिस ने छात्रों के साथ मारपीट की है, वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। आज पूरे देश में हजारों की संख्या में विद्यार्थी महिलाओं के साथ हुए अन्याय के विरुद्ध एकजुट हुए हैं, हमारी माँग है कि कोई भी अपराधी छोड़ा न जाए तथा ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी कि किसी की भी महिलाओं के विरुद्ध अत्याचार करने की हिम्मत ना पड़े। “