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बीएचयू में अभाविप ने किया प्रदर्शन, कहा केरल सरकार के संरक्षण में कैंपस में अराजकता फैला रही है एसएफआई

छात्रशक्ति डेस्क

केरल के वायनाड स्थित वेटनरी एंड एनिमल साइंस के छात्र सिद्धार्थन के संदिग्ध मौत को लेकर छात्रों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को अभाविप के नेतृत्व में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में छात्रों ने एसएफआई की बढ़ती गुंडागर्दी और हिंसा को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। शैक्षिक परिसर में इस तरह की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण है। एक होनहार छात्र को एसएफआई की क्रूरतम प्रताड़ना के कारण असामयिक मौत को गले लगाना पड़ा है।

अभाविप काशी प्रांत मंत्री अभय प्रताप सिंह ने कहा कि वामपंथी छात्र संगठन एसएफआई का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। केरल के शैक्षणिक परिसर सीपीएम संरक्षित अपराधियों की हिंसक गतिविधियों का अड्डा बन गए हैं। केरल में सिद्धार्थन के साथ एसएफआई से जुड़े अपराधियों द्वारा जघन्य रैगिंग के परिणामस्वरूप आत्महत्या मामले ने एसएफआई तथा वामपंथी छात्र संगठनों से शैक्षणिक संस्थानों को खतरे को पुनः उजागर कर दिया है। केरल के शैक्षणिक परिसरों में हो रहे आपराधिक कृत्यों में संलिप्तता से एसएफआई का हिंसक इतिहास एक बार फिर दोहराया जा रहा है। उन्होंने का एसएफआई के हिंसक प्रवृत्ति का आम विद्यार्थी कड़ा जवाब देंगे। विद्यार्थी परिषद, शैक्षणिक संस्थानों में ऐसे आपराधिक गतिविधियों का कड़ा विरोध करेगी।हम केरल सरकार को भी चेतावनी देते हैं की वह आरोपियों को बचाने एवं जांच को भटकाने का प्रयास न करे।

अभाविप एबीवीपी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष प्रशांत राय ने कहा कि यह घटना अत्यंत शर्मनाक तथा दुर्भाग्यपूर्ण है। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के गुंडे लगातार अपनी हिंसात्मक गतिविधियों से शैक्षणिक परिसरों के स्वच्छ और स्वस्थ माहौल को दूषित करने का काम कर रहे हैं। केरल सरकार के संरक्षण में एसएफआई शैक्षणिक परिसरों में लोकतंत्र को खत्म करके अराजकता एवं गुंडागर्दी के माहौल को बढ़ावा दे रही है।

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय इकाई मंत्री भास्करादित ने कहा कि एसएफआई जैसे छात्र संगठन देश भर के विश्वविद्यालय एवं शैक्षणिक परिसरों में छात्र एवं समाज विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। इनके कारण न जाने कितने छात्रों को अपने जान से हाथ धोना पड़ता है। हम सरकार से कार्रवाई की मांग करते हैं। प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य पुनीत मिश्र,केशरी,पल्लव सुमन,केतन जमनल,आकाश समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे एवं उक्त घटना के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद की।

 

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