राजधानी दिल्ली में चुनाव प्रचार का शोर थम चुका है शनिवार को दिल्ली समेत देश भर के अन्य भागों में छठे चरण के मतदान होने वाले हैं। इसी बीच राजधानी दिल्ली में नक्सलबाड़ी की इंट्री हो चुकी है। दरअसल, गुरुवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के दक्षिणी परिसर स्थित श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉर्मस(एसआरसीसी) के दीवाल पर असामाजिक एवं लोकतंत्र के विरोधी तत्वों द्वारा चुनाव का बहिष्कार करो, नक्सलबाड़ी जिंदाबाद, मार्क्सवाद जिंदाबाद जैसे आपत्तिजनक नारे लिखे गए। इस आपत्तिजनक नारे विरोध करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मौरिस नगर स्थित थाने में शिकायत कर घटना में शामिल लोगों पर कार्रवाई करने के साथ-साथ दीवाल पर लिखे गए लोकतंत्र विरोधी नारे को मिटाने की मांग की है।
एक तरफ जहां चुनाव आयोग मतदाताओं को घर से निकलकर लोकतंत्र में अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करने की अपील कर रही है। अभाविप जैसे संगठन शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित कराने के लिए देश भर के अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों में नुक्कड़ नाटक, पर्चा वितरण, जागरूकता अभियानों, संगोष्ठियों, मैराथन जैसे प्रयासों द्वारा लगातार मतदाताओं को जागरूक कर रही है। वहीं दूसरी ओर नकारात्मक शक्तियां लोकतंत्र को नुक़सान पहुंचाने को उतारू हैं। डीयू के प्रतिष्ठित महाविद्यालय के दीवाल पर चुनाव का बहिष्कार करो, नक्सलबाड़ी जिंदाबाद जैसे नारे का लिखा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। दिल्ली पुलिस को चाहिए कि ऐसे असामाजिक तत्वों पर कठोर कार्रवाई करे। अभाविप ने इस घटना के बाद न केवल रोष व्यक्त किया बल्कि थाने में शिकायत दर्ज कर अविलंब कार्रवाई की भी मांग की। अभाविप ने कहा कि एक ओर दिल्ली के युवा मतदाता लोकतंत्र के उत्सव में भाग लेने के लिए उत्साहित है, तो वहीं दूसरी ओर इस तरह के अलोकतांत्रिक नारे लिखे गए। अभाविप प्रशासन से मांग करती है कि इस घटना में शामिल असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करे एवं दीवाल पर लिखे आपत्तिजनक नारे को तत्काल मिटाए। साथ ही परिषद ने कहा है कि उक्त पूरे रोड पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर दोषियों पर कर कार्रवाई की जानी चाहिए।