अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र सोलंकी तथा शिवांगी खरवाल के नेतृत्व में अभाविप के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को नई दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ धर्मेंद्र प्रधान को एनटीए द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह-प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी 2024) के आयोजन की प्रक्रिया एवं परिणामों में गड़बड़ी पर उठ रहे प्रश्नों की सीबीआई द्वारा जांच करा संलिप्त दोषियों पर शीघ्रता से कार्रवाई करने हेतु ज्ञापन सौंपा है। इस परीक्षा के आयोजन में देश के विभिन्न हिस्सों में अनियमितता दिखी व कुछ केंद्रों पर सॉल्वर और प्रश्न पत्र बाटने जैसी घटनाएं सामने आई, अभाविप विद्यार्थी समुदाय द्वारा उठाई जा रही उचित मांगों के साथ है और इस समस्या के शीघ्र निवारण हेतु मांग की है।
भारत के शीर्ष चिकित्सा संस्थानों में प्रवेश हेतु आयोजित की जाने वाली नीट-यूजी परीक्षा की प्रक्रिया एवं परिणामों में शुचिता एवं पारदर्शिता पर विद्यार्थियों के बीच संशय है। परीक्षा के आयोजन के दौरान भी कई गड़बड़ी पाई गई थी, जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजन केतु केंद्रों की समीक्षा नहीं की गई और आयोजन हेतु पूर्ण तैयारी नहीं की गई थी।
अभाविप प्रतिनिधिमंडल से इन बिंदुओं पर चर्चा के दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ धर्मेंद्र प्रधान ने यह आश्वासन दिया है कि संबंधित विषय में किसी भी छात्र के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और प्रकरण में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनपर विधिक एवं दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र सोलंकी एवं शिवानी खरवाल ने कहा कि विद्यार्थियों के बीच नीट-यूजी परीक्षा के आयोजन एवं परीक्षा परिणामों में अनियमितता को लेकर संदेह के स्थिति बनी हुई है। अभाविप विद्यार्थियों की इस मांग के साथ है और संबंधित प्रकरण में सीबीआई द्वारा जांच करा दोषियों पर शीघ्रता से कार्रवाई किए जाने हेतु मांग करती है। एनटीए जैसी प्रमुख परीक्षा एजेंसी द्वारा इस प्रकार की गड़बड़ी उसकी अक्षमता को दर्शाती है, ऐसे में भविष्य में कोई भी गड़बड़ी न हो इसके हेतु अभाविप इसकी कार्यप्रणाली को फूलप्रूफ बनाने की भी मांग करती है।
अभाविप के आयाम मेडिविजन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ अभिनंदन बोकरिया ने कहा कि प्रवेश परीक्षा एजेंसी द्वारा परीक्षा से पूर्व समीक्षा कर लेनी थी, जिससे इस प्रकार की गड़बड़ी सामने न आतीं। नीट जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा जिसके लिए चिकित्सा क्षेत्र में रुचि रखने वाले विद्यार्थी कड़ी मेहनत करते है, ऐसी प्रमुख परीक्षा में गड़बड़ी विद्यार्थियों की वैध अपेक्षा के साथ खिलवाड़ है। अभाविप संबंधित प्रकरण में दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई की मांग करती है।