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कोलकाता : मनचलों की अब खैर नहीं, मिशन साहसी के तहत अभाविप छात्राओं को कर रही है आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित

अजीत कुमार सिंह

कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ दुराचार के बाद निर्मम हत्या की घटना के बाद देशवासी स्तब्द है, इस घटना ने दिल्ली में घटित निर्भया कांड की याद दिला दी है। कोलकाता की निर्भया को न्याय दिलाने की मांग को लेकर देश का जनमानस आंदोलित है। इसी बीच अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने ऐसे दुराचारियों और मनचलों को सबक सिखाने के उद्देश्य से छात्राओं को निडर और सशक्त करने का बीड़ा उठाया है। अभाविप और विद्यार्थी विकास न्यास द्वारा कुशल प्रशिक्षक के निगरानी में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बिधान नगर स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) परिसर में  दो-दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘मिशन साहसी’ का आयोजन किया गया है। इस दो दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में कोलकाता महानगर समेत पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों से सैकड़ों की संख्या में छात्राओं ने सहभागिता ली है। ‘मिशन साहसी’ के अंतर्गत छात्राओं को दो-दिनों तक प्रसिद्ध प्रशिक्षक ग्रैंडमास्टर शिफूजी शौर्य भारद्वाज के नेतृत्व वाली कुशल विशेषज्ञ टीम द्वारा आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है तथा विभिन्न परिस्थितियों में छात्राएं कैसे अपनी रक्षा कर सकें, इसके लिए उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार करने के गुर सिखाए जा रहे हैं।

अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने कहा कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना तथा संदेशखाली घटना में विद्यार्थी परिषद के पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों सहित पूरे देश में हुए आंदोलन ने पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ हो रहे अपराध के विरुद्ध युवाओं की देशव्यापी सशक्त आवाज बनने के साथ पश्चिम बंगाल की छात्राओं तथा युवतियों को सशक्त करने हेतु मिशन साहसी जैसा महत्वपूर्ण रचनात्मक अभियान शुरू किया है। विद्यार्थी परिषद ने छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने हेतु वर्ष 2019 में मिशन साहसी अभियान की शुरुआत की थी, अब तक पूरे देश में सैकड़ों कार्यक्रमों का आयोजन कर 15 लाख से अधिक छात्राओं को मिशन साहसी अभियान के अंतर्गत आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया जा चुका है। मिशन साहसी कार्यक्रम का आयोजन पश्चिम बंगाल में महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण रचनात्मक हस्तक्षेप है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय मंत्री शालिनी वर्मा ने कहा कि यह मिशन साहसी अभियान पश्चिम बंगाल की छात्रा बहनों को सशक्त बनाने की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण शुरूआत है। पश्चिम बंगाल में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ जघन्यतम अपराध ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता सड़कों पर प्रदर्शन के द्वारा आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना में न्याय की मॉंग कर रहे हैं, साथ ही मिशन साहसी जैसे अभियान की भी शुरुआत पश्चिम बंगाल में की है, जिससे पश्चिम बंगाल की बहनें आत्मरक्षा के लिए आवश्यक कौशल सीख सकें तथा आपराधिक तत्वों को विषम परिस्थिति में सबक सिखाने में सक्षम बन सकें।

अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य तुलसी सरकार ने बताया कि मिशन साहसी के अंतर्गत भारतीय खेल प्राधिकरण कांप्लेक्स में दो दिनों के दौरान कुल चार सत्रों में आत्मरक्षा संबधी विभिन्न युक्तियां सिखाई जा रही हैं, मिशन साहसी अभियान में प्राप्त प्रशिक्षण छात्राओं के लिए उपयोगी है। पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ लगातार अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं, जिसे रोकने में ममता सरकार विफल रही है। महिलाओं के विरूद्ध हो रहे अत्याचार रोकने के लिए शीघ्रता से प्रयास करने होंगे।‌ विद्यार्थी परिषद एक जिम्मेदार छात्र संगठन के रूप में समाज में महिलाओं की सशक्त भूमिका के लिए मिशन साहसी जैसे महत्वपूर्ण अभियान का आयोजन कर सकारात्मक परिवर्तन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

दो दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण मिशन साहसी का शुभारंभ शनिवार 14 सितंबर को प्रसिद्ध प्रशिक्षक ग्रैंडमास्टर शिफूजी शौर्य भारद्वाज, अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री शालिनी वर्मा, अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान की उपस्थिति में हुआ।

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