दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के कार्यकारी परिषद चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को बड़ी जीत मिली है। रविवार को संपन्न चुनाव में अभाविप ने 11 में से 6 सीटो पर जीत दर्ज कर स्पष्ट बहुमत प्राप्त कर ली है। जानकारी के अनुसार चुनाव में कुल 135 प्रतिनिधियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिसमें से 103 प्रतिनिधियों ने अभाविप समर्थित प्रत्याशियों पर अपनी पहली पसंद की मुहर लगाई। इससे पहले दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के केद्रीय पैनल में भी अभाविप ने उपाध्यक्ष व सचिव पद पर भी बड़ी जीत दर्ज की थी। रविवार 29 दिसंबर को कार्यकारी परिषद के चुनावी परिणाम ने अभाविप की परिसर में सक्रियता व सांगठनिक कौशल का परिचय दिया है। ध्यातव्य हो कि डूसू व महाविद्यलय छात्रसंघ में जो अध्यक्ष व केंद्रीय पार्षद होते हैं वही कार्यकारी पार्षदों को चुनते हैं।
कार्यकारी परिषद में मिली बड़ी जीत पर छात्रों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की सचिव मित्रविंदा कर्णवाल ने कहा कि अभाविप नीत डूसू छात्रों के मुद्दों पर हमेशा से काम करते आ रही है। इसी का परिणाम है कि आज सेंट्रल काउंसिल के सदस्यों ने भी कार्यकारी परिषद(इ.सी.) चुनाव में विद्यार्थी परिषद को ही चुना एवं बहुमत दिया। उन्होंने कहा कि कार्यकारी परिषद के निर्वाचित सदस्य पदभार ग्रहण करते ही परिसर में छात्रों के मुद्दों पर कार्य करने के लिए सक्रिय हो जाएंगे। अभाविप नीत डूसू छात्रों की समस्याओं को समाधान तक पहुंचाने का काम हमेशा से करती आई है और आगे भी करती रहेगी।
अभाविप दिल्ली के प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने कहा कि अभाविप छात्रों के मुद्दों पर सदैव सक्रिय है। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अभाविप पदाधिकारी छात्रों के विभिन्न मुद्दों पर पहले से ही काम शुरू कर चुके हैं। हॉस्टल, मेट्रो पास, कैंपस में बस की फ्री सेवा इन सब मुद्दों पर हम प्रशासन से सतत् संवाद में बने हुए हैं, निश्चित ही अभाविप नेतृत्वित दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की नवनिर्वाचित कार्यकारी परिषद से डूसू को अधिक शक्ति मिलेगी। इ.सी. चुनाव में अभाविप की इस जीत और बहुमत पर मैं दिल्ली विश्वविद्यालय के समस्त विद्यार्थियों को आभार व्यक्त करता हूं।