दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ एवं अभाविप लॉ फैकल्टी इकाई के संयुक्त तत्वाधान में डॉ. भीमराव अंबेडकर लॉ इंटर्नशिप का आज भव्य शुभारंभ हुआ। यह कार्यक्रम दिल्ली विश्वविद्यालय के उमंग भवन स्थित मूट कोर्ट हॉल में संपन्न हुआ, जहां देश के कई प्रतिष्ठित विधिक विशेषज्ञ, अधिवक्ता, शिक्षाविद् और छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का आयोजन अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के सहयोग से किया गया, जिसका उद्देश्य छात्रों को न केवल विधिक क्षेत्र में व्यावहारिक प्रशिक्षण देना है, बल्कि उन्हें संविधान, सामाजिक न्याय और राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के प्रति जागरूक और प्रतिबद्ध बनाना भी है।
इंटर्नशिप कार्यक्रम के अंतर्गत विधि संकाय 200 से अधिक विद्यार्थियों को दिल्ली के जिला न्यायालय और मुख्य न्यायालय में कार्यरत अनुभवी अधिवक्ताओं के अधीन प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे उन्हें भारतीय न्याय प्रणाली की जमीनी हकीकतों को समझने और व्यवहारिक अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। यह अनुभव उन्हें कानूनी अध्ययन से परे जाकर समाज के साथ अधिक गहरे स्तर पर जुड़ने का मार्ग दिखाएगा।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर श्रीहरि बोरीकर (क्षेत्रीय संगठन मंत्री, अधिवक्ता परिषद), संजय पोद्दार (वरिष्ठ अधिवक्ता एवं अध्यक्ष, अधिवक्ता परिषद दिल्ली), जिवेश तिवारी (महासचिव, अधिवक्ता परिषद दिल्ली), राम कुमार गुप्ता (प्रांत संगठन मंत्री, अभाविप दिल्ली) और मित्रविंदा कर्णवाल (डूसू सचिव) सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। यह इंटर्नशिप न केवल छात्रों को व्यावहारिक विधिक अनुभव देगी, बल्कि उन्हें सामाजिक सरोकारों और संविधान के उद्देश्यों से भी जोड़ने का कार्य करेगी।
इस अवसर पर डूसू सचिव मित्रविंदा कर्णवाल ने कहा कि डॉ. अंबेडकर की विरासत हमें न्याय, समानता और संविधान की सर्वोच्चता की ओर प्रेरित करती है। यह इंटर्नशिप कार्यक्रम न केवल छात्रों के व्यावसायिक कौशल को निखारेगा, बल्कि उन्हें संवैधानिक मूल्यों का संरक्षक भी बनाएगा। अभाविप सदैव छात्रों को राष्ट्रहित से जोड़ने का कार्य करती रही है और यह कार्यक्रम उसी दिशा में एक सशक्त कदम है। विधि के विद्यार्थियों को क्लासरूम की सीमाओं से बाहर निकलकर समाज की वास्तविकताओं को समझना अत्यंत आवश्यक है। यह इंटर्नशिप उन्हें जमीनी स्तर पर न्याय की भावना और उसके व्यवहारिक पक्ष को समझने का अवसर प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि अभाविप की यह पहल छात्र हितों और समाज कल्याण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।
इस इंटर्नशिप प्रोग्राम के संयोजक हर्ष गुप्ता ने कहा कि यह कार्यक्रम सिर्फ एक इंटर्नशिप नहीं, बल्कि संविधान और समाज के प्रति उत्तरदायित्व का पाठ पढ़ाने वाला एक वैचारिक और व्यावहारिक मंच है। यह कार्यक्रम निश्चित रूप से देश के भावी विधिक नेतृत्व को एक नई दिशा प्रदान करेगा और सामाजिक न्याय की अवधारणा को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाएगा।