बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और उनके विचारों की प्रासंगिकता
बाबा साहब भीम राव अंबेडकर ने संविधान सभा के भाषण में कहा था – “महोदय, संविधान सभा के कार्य पर नजर डालते हुए नौ दिसंबर,1946 को हुई उसकी पहली बैठक के बाद अब दो वर्ष, ग्यारह महीने और सत्रह दि...
बाबा साहब भीमराव रामजी अम्बेडकर : एक व्यक्ति कई आयाम
डॉ अम्बेडकर जिनको दलितों का मसीहा कहा जाता हैं क्या वास्तव में वो सिर्फ दलित समाज के ही नेता थे ? इसका विश्लेषण करने की आवश्यकता है। अम्बेडकर के चिंतन को पढ़ने पर ज्ञात होता है, कि उन्होंने मात्र वा...
विराट व्यक्तित्व के धनी – डा. भीमराव आंबेडकर
भीमराव राम जी आंबेडकर केवल भारतीय संविधान के निर्माता एवं करोड़ों शोषित, पीड़ित भारतियों के मसीहा ही नहीं थे बल्कि वे समाज सुधारक, श्रेष्ठ विचारक, चिंतक, अर्थशास्त्री, पत्रकार, धर्म के ज्ञाता, कानून ए...
दिल्ली : अभाविप ने किया डॉ.आंबेडकर को याद, आयोजित किए विभिन्न कार्यक्रम
शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, दिल्ली में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों एवं सार्वजनिक स्थ...
राष्ट्र की अखंडता के सूत्रधार एवं संविधान शिल्पी बाबा साहेब भीमराव रामजी आंबेडकर
महापरिनिर्वाण दिवस विशेष भारत के संविधान निर्माताओं के अग्रणी पूज्य डॉ. भीमराव आंबेडकर उपाख्य बाबा साहब बहुत ही गरीब एवं अतिसाधारण परिवार में 14 अप्रैल 1891 में पिता श्री राम जी वल्द मालोजी सकपाल एवं...