दुर्ग (छत्तीसगढ)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, छत्तीसगढ़ द्वारा दुर्ग में छात्राओं को प्रशिक्षित करने के लिए मिशन साहसी का आयोजन किया गया। मिशन साहसी के तहत महाविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाये जा रहे हैं। अभाविप द्वारा आयोजित इस अभियान में महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, छात्राओं के लिए यह अनोखा अनुभव है।
अभाविप से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मिशन साहसी के तहत छात्राओं को किसी भी परिस्थिति से सुलझने के लिए शारीरिक एवं मानसिक रूप से तैयार किया जा रहा है, जिसमें मुख्य रूप से मार्शल आर्ट सिखाया जा रहा है, दैनिक दिनचर्या से जुड़ वस्तुओं का उपयोग जैसे दुप्पटा, हेयर पिन, चुड़ी चप्पल इत्यादि को आत्मरक्षा के लिए कैसे इस्तेमाल किया जाय,यह सब विशेषज्ञों की निगरानी में सिखाया जा रहा है।
क्या है मिशन साहसी
मिशन साहसी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा शुरू किया गया एक अभियान है जिसके तहत छात्राओं को स्वावलंबी, साहसी और निडर हेतु प्रशिक्षित किया जाता है। प्रक्षिशण के दौरान विशेषज्ञों के द्वारा तरह – तरह के आत्मरक्षा के गुर सिखाये जाते हैं। मिशन साहसी के तहत अभाविप द्वारा देश भर में अठारह लाख से अधिक छात्राओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। अभाविप ने यह अभियान समस्या नहीं समाधान को ध्यान में रखते हुए लिया है।
रिपोर्ट – पारसनाथ चौधरी / दुर्ग, छत्तीसगढ़