सपा मुखिया एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कहा है कि अभाविप कानपुर महानगर इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा डी.ए-वी.कॉलेज कानपुर में प्राचार्य द्वारा छात्रों के प्रैक्टिकल और वायवा में नंबर कम करने, पेपर संशोधन के नाम पर अवैध वसूली, महिला उत्पीड़न समिति के मानकों पर निर्मित न होने तथा शिकायत न लेने जैसे गंभीर मुद्दों पर विद्यार्थियों के साथ खड़ा होने के स्थान पर अखिलेश यादव जी द्वारा पुलिस और अभाविप के बीच झगड़े के रूप में प्रस्तुत करने तथा वीडियो और अपर पुलिस आयुक्त, कानपुर नगर के बयान के बाद भी अपना बयान वापस न लेना घोर निन्दनीय है। अभाविप द्वारा गंभीर समस्याओं आदि को लेकर कॉलेज प्रशासन के विरुद्ध प्रदर्शन किया जा रहा था। प्रदर्शन के दौरान अभाविप के कार्यकर्ताओं तथा पुलिस प्रशासन के बीच हल्की नोक-झोंक हुई जिसका वीडियो गलत ढंग से प्रस्तुत किया जा रहा है।
छात्रों के वास्तविक मुद्दों पर हो रहे आंदोलन पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव झूठा प्रचार करने का कार्य किया जा रहा है जो छात्रहित की लड़ाई लड़ रहे विद्यार्थियों पर निराधार आरोप है। अभाविप कानपुर के प्रांत मंत्री विक्रान्त अग्निहोत्री ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा छात्रों के मुद्दों को लेकर डी.ए.वी कॉलेज प्रशासन के विरुद्ध लोकतांत्रिक रूप से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था, विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस से हुई नोक झोंक तथा गैर इरादतन हुई घटना का वीडियो गलत ढंग से प्रस्तुत करने का कार्य किया जा रहा है तथा छात्रों के मामले का राजनीतिकरण करने का हरसंभव प्रयास राजनैतिक दलों के व्यक्तियों द्वारा किया जा रहा है, अभाविप छात्रहितों के मुद्दों पर राजनीति करने वाले लोगो का विरोध करती है तथा कॉलेज प्रशासन से छात्रों की समस्याओं का शीघ्र निवारण करने की माँग करती है।