आपातकाल के पचास वर्ष पूरे होने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) भोपाल द्वारा एक मशाल यात्रा का आयोजन किया गया। भारत माता चौराहा से प्रारंभ होकर मशाल यात्रा रोशनपुरा चौराहे पर जाकर समाप्त हुई I आयोजन में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं एवं अभाविप कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।
मशाल यात्रा के माध्यम से अभाविप कार्यकर्ताओं ने आपातकाल के विरुद्ध जनजागरण का संदेश दिया और लोकतंत्र की रक्षा के संकल्प को दोहराया। यात्रा के दौरान देशभक्ति के नारों से वातावरण गूंज उठा। अभाविप कार्यकर्ताओं ने मशाल जलाकर यह संदेश भी दिया कि भारत कभी भी तानाशाही प्रवृत्तियों को स्वीकार नहीं करेगा और लोकतंत्र के लिए सदैव संघर्ष करता रहेगा। मशाल यात्रा में हिस्सा लेने वाले महानगर मंत्री शिवम जाट ने कहा कि आपातकाल भारतीय संविधान और लोकतंत्र पर एक काला धब्बा था, जिसे देशवासी कभी नहीं भूल सकते। अभाविप का यह प्रयास है कि आज की युवा पीढ़ी उस समय की तानाशाही प्रवृत्तियों और लोकतंत्र के दमन को जाने और उससे सबक ले। इसी उद्देश्य से मशाल यात्रा का आयोजन किया गया I प्रांत सह-मंत्री हिमांशु शर्मा ने कहा कि आज जो लोग संविधान की दुहाई देते हैं, उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि आपातकाल के समय उनके ही विचारधारा के लोगों ने संविधान को रौंदा था। अभाविप लोकतंत्र की रक्षा के लिए सदैव अग्रणी भूमिका निभाती रही है और आगे भी निभाती रहेगी।