शांति का राजमार्ग – सेवा
पूज्य स्वामी गोविंददेव गिरिजी महाराज द्वारा प्रतिपादित वाग्यज्ञ सार आदर्श सेवाव्रति राष्ट्रसंत गाडगेबाबा, तुकडोजी महाराज, भगवान बुद्ध आदि अनेक सेवाव्रतिओं के मूर्तीमंत उदाहरण हमारे सम्मुख है। मात्र स...
पुस्तक समीक्षा : सामाजिक समरसता और हिन्दुत्व
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक रहे बालासाहब देवरस जी के भाषणों का समायोजन इस पुस्तक में किया हुआ है। यह भाषण “सामाजिक समरसता और हिन्दू संगठन” विषय पर 8 मई 1974 को दिया गया था। इस पुस...
पुस्तक समीक्षा : बदलते समय में ‘हिंदुत्व’ का सही अर्थ
‘हिंदू राष्ट्र’ के निर्माण के बारे में की जाने वाली आलोचनाओं से प्रभावित हुए बिना आरएसएस अपनी इस अवधारणा पर अडिग रहा है। लेकिन ‘हिंदू राष्ट्र’ की संकल्पना क्या है और ‘हिंदुत्व’ का सही अर्थ क्या है, इस...
रामलला ने स्वयं जीता है अपना मुकदमा – चंपत राय
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, अवध प्रान्त द्वारा लॉक डाउन के दौरान सोशल मीडिया के सकारात्मक प्रयोग द्वारा विगत कुछ दिनों में विभिन्न सामाजिक, शैक्षिक, पर्यावरण, कला- लोक कला से संबंधित विषयों पर फेसबु...
शस्त्र एवं शास्त्र पर समान अधिकार रखने वाले महान पराक्रमी भगवान परशुराम
भगवान वासुदेव नारायण के छठवें अवतार परशुराम को शस्त्र एवं शास्त्र का प्रतीक माना जाता है। भगवान परशुराम का शस्त्र एवं शास्त्र पर समान रूप से अधिकार था, उनके जैसा पराक्रमी शायद ही कोई हुआ है। एक बार पि...
विद्यार्थी परिषद के प्रकाश स्तंभ प्रा. यशवंतराव केलकर
1947 के पूर्व समस्त भारतवंशियों का एकमेव कर्तव्य था विदेशी दासता की जंजीर भारत माता को आजाद करना। स्वाधीनता के पश्चात सबसे बड़ी चुनौती थी देश के युवाओं की ऊर्जा को नियोजित राष्ट्रीय पुनर्निमार्ण में ल...
भारत का सर्वोच्च सैन्य अलंकरण
परमवीर चक्र – एक ऐसा अलंकरण जिसका नाम सुनकर ही रगों में जोश और बलिदान की लहर दौड़ जाती है। यह अलंकरण दुश्मनों के समक्ष उच्च कोटि की शूरवीरता एवं त्याग के लिए हमारे रणबांकुरों को दिये जाते हैं। अ...
पुस्तक समीक्षा : तत्वमसि
मानव सृजित परिस्थिति कोरोना वायरस की भयावह स्थिति से ईश्वर रचित यह चराचर जगत चिंतामग्न है । भारत मे इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने “जनता कर्फ्यू̶...
The Citizenship Amendment Act (2019) and Designed Protest
Every Country has the sovereign right to decide to whom to admit as citizens, according to which criteria and under which selection procedures. This not only governs the present situation but also the...
Book Review : TOWARDS “MAN” MAKING (PURNANK KI AUR)
Following the divine abode of the father of ABVP, dignitaries of ABVP ,like late Dattopanth Tendadi ji & Late Rajju bhaiya Ji recommended for the publication of such a book that upholds the animat...