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हंदवाडा में आतंकियों से मुठभेड़ में वीरगति प्राप्त हुए जवानों को अभाविप ने दी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली। एक ओर जहां दुनिया कोरोना रूपी महामारी से त्रस्त है वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान इस अंतरराष्ट्रीय संकट में भी अपने नापाक इरादों से बाज नहीं आ रहा है। जम्मू – कश्मीर के हंदवाड़ा में आंतकियों से...

पुस्तक समीक्षा : आवरण का अनावरण

आवरण एक ऐसा उपन्यास है जिसके लेखक कर्नाटक के श्री एस एल भैरप्पा हैं। यह उपन्यास मूलतः कन्नड़ भाषा में 2007 में लिखा गया था,  लेकिन उसके बाद इसके अनुवाद हिंदी,  मराठी,  गुजराती और अन्य भारतीय भाषाओं मे...

शांति का राजमार्ग – सेवा

पूज्य स्वामी गोविंददेव गिरिजी महाराज द्वारा प्रतिपादित वाग्यज्ञ सार आदर्श सेवाव्रति राष्ट्रसंत गाडगेबाबा, तुकडोजी महाराज, भगवान बुद्ध आदि  अनेक सेवाव्रतिओं के मूर्तीमंत उदाहरण हमारे सम्मुख है। मात्र स...

रामलला ने स्वयं जीता है अपना मुकदमा – चंपत राय

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, अवध प्रान्त द्वारा लॉक डाउन के दौरान सोशल मीडिया के सकारात्मक प्रयोग द्वारा विगत कुछ दिनों में विभिन्न सामाजिक, शैक्षिक, पर्यावरण, कला- लोक कला से संबंधित विषयों पर फेसबु...

भारत का सर्वोच्च सैन्य अलंकरण

परमवीर चक्र – एक ऐसा अलंकरण जिसका नाम सुनकर ही रगों में जोश और बलिदान की लहर दौड़ जाती है। यह अलंकरण दुश्मनों के समक्ष उच्च कोटि की शूरवीरता एवं त्याग के लिए हमारे रणबांकुरों को दिये जाते हैं। अ...

Book Review : TOWARDS “MAN” MAKING   (PURNANK KI AUR)

Following the divine abode of the father of ABVP, dignitaries of ABVP ,like late Dattopanth Tendadi ji & Late Rajju bhaiya Ji recommended for the publication of such a book that upholds the animat...

बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और उनके विचारों की प्रासंगिकता

बाबा साहब भीम राव अंबेडकर ने संविधान सभा के भाषण में कहा था – “महोदय, संविधान सभा के कार्य पर नजर डालते हुए नौ दिसंबर,1946 को हुई उसकी पहली बैठक के बाद अब दो वर्ष, ग्यारह महीने और सत्रह दि...

हजारों अपमानो के बाद भी समरसता के लिए संघर्ष करते रहे बाबा साहब

भारत एक प्राचीन देश है जो हजारों लाखों वर्षों से विश्व गुरु और सोने की चिड़िया कहलाता रहा है। देश अपने ज्ञान, विज्ञान, अतुल संपदा के कारण दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करता रहा है। जिसे जो चाहिए उसे व...

जालियांवाला बाग नरसंहार की अनकही दास्तां

जलियांवाला बाग नरसंहार  शताब्दी वर्ष पर शहीदों को सत सत वंदन “जलियांवाला बाग ये देखो यहां चली थी गोलियां , यह मत पूछो किसने खेली यहां खून की होलियां । एक तरफ बंदूके दन दन एक तरफ की टोलियां, मरने...

ब्रज प्रांत :  अपना सुध बिसरा जरूरतमंदों को सहायता पहुंचा रहे हैं अभाविप कार्यकर्ता

एक ओर जहां कोरोना के कहर से लोग घरों में दुबके हैं, पूरी दुनिया में हाहाकार मची है वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के कार्यकर्ता अपना सुध बिसरा कर लगातार जरूरतमंदों को सहायता पहुंचा रही है।...

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