अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ब्रज प्रांत में बरेली,अलीगढ़ बदायूं,कासगंज,मैनपुरी,मथुरा सहित विभिन्न स्थानों पर केरल एसएफआई से जुड़े अपराधियों द्वारा केरल के वायनाड में स्थित केरल वेटनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी के द्वितीय वर्ष के छात्र जेएस सिद्धार्थन को बुरी तरह प्रताड़ित, मारपीट कर आत्महत्या को मजबूर करने के मामले में प्रदर्शन करते हुए घटना की शीघ्र जॉंच पूर्ण कर आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मॉंग की है। केरल के शैक्षणिक संस्थानों में सत्ताधारी पार्टी सीपीएम के संरक्षण में उसके छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) से जुड़े अपराधियों द्वारा लगातार हिंसा, भ्रष्टाचार, छेड़खानी की घटनाओं में कार्रवाई से पीछे हटने की विफलता पर एबीवीपी ने केरल सरकार की कड़ी निन्दा तथा भर्त्सना की है ।
ब्रज प्रांत मंत्री श्री अंकित पटेल ने कहा कि छात्र सिद्धार्थ ने 18 फरवरी को विश्वविद्यालय के छात्रावास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने सिद्धार्थ के साथ लगातार तीन दिनों तक मार पीट एवं रेगिग के दौरान पूरे होस्टल में 130 स्टूडेंट्स के सामने अर्द्ध नग्न कर घुमाया और उससे मानसिक रूप प्रताड़ित किया। जिसके कारण उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा। जे. एच. सिद्धार्थन की हत्या, न केवल पशु चिकित्सा समुदाय को झकझोर दिया है, बल्कि देश भर में शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता पैदा कर दी है ।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अंकुर शर्मा ने कहा कि, एबीवीपी देश भर के अलग-अलग शैक्षणिक परिसरों में केरल के छात्र जेएस सिद्धार्थन की आत्महत्या के विरुद्ध आवाज उठा कर न्याय की मॉंग कर रही है। यह घटना अत्यंत शर्मनाक तथा दुर्भाग्यपूर्ण है।केरल सरकार के संरक्षण में एसएफआई शैक्षणिक परिसरों में लोकतंत्र को खत्म करके अराजकता एवं गुंडागर्दी के माहौल को बढ़ावा दे रही है। एबीवीपी मॉंग करती है कि सिद्धार्थन के परिजनों को शीघ्र न्याय मिले तथा एसएफआई के गुंडों पर लगाम लगाने के लिए कड़ी कार्रवाई की
- प्रांत सहमंत्री अवनी यादव ने बताया छात्र सिद्धार्थ को प्रताड़ित कर हत्या करने पर एसएफआई का विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन किया एवं इस घटना में शामिल सभी आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। जहां अभाविप ने शैक्षिक परिसरों में छात्रों के मध्य आनंदमयी छात्र जीवन अभियान के साथ छात्रों के बीच तनावमुक्त शैक्षिक वातावरण बनाने पर कार्य कर रहा है वहीं एसएफआई I जैसे वामपंथी संगठन छात्रों को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं और उनकी हत्या तक कर दे रहे हैं। अभाविप का यह प्रदर्शन एसएफआई द्वारा छात्रों पर प्रताड़ना एवं अत्याचार के विरोध में एक महत्वपूर्ण कदम है।