“सब जग होरी, जा ब्रज होरा”
बृज के रंग में रंगने वाले पर पुनः कोई और रंग नहीं चढ़ता और बात जब होली की हो तो कहा जाता है, “सब जग होरी जा बृज होरा…”। आमतौर पर होली दो दिन यानि होलिका दहन और धुलेंडी के रूप में मनाई जाती है परन्तु हम...
बृज के रंग में रंगने वाले पर पुनः कोई और रंग नहीं चढ़ता और बात जब होली की हो तो कहा जाता है, “सब जग होरी जा बृज होरा…”। आमतौर पर होली दो दिन यानि होलिका दहन और धुलेंडी के रूप में मनाई जाती है परन्तु हम...
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